नागपुर: अपनी जगह दूसरों को परीक्षार्थी बनाकर (डमी कंडीडेट) कथित तौर पर भर्ती परीक्षा पास करने वाले आयकर विभाग के नौ कर्मचारियों को नागपुर की एक विशेष अदालत ने 30 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बिहार के रहने वाले सभी नौ आरोपियों को मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) के रूप में आयकर विभाग नौकरी मिली थी, लेकिन 2018 में शुरू हुई केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक जांच से पता चला कि उन्होंने अपनी जगह दूसरे व्यक्तियों से कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाएं दिलवाईं.
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आरोपी रिंकी यादव, स्टेनोग्राफर (ग्रेड-I1), सरिता, अनिल कुमार, राहुल कुमार, अभय कुमार, मुकेश कुमार, चंदन कुमार, मनोज कुमार, प्रदीप कुमार, मनीष कुमार और धर्मेंद्र कुमार, सभी आयकर विभाग, नागपुर के हैं. सीबीआई के अनुसार, यह मामला उनके परीक्षा पत्रों से एकत्र हस्तलिपि, हस्ताक्षर के नमूने और अंगूठे के निशान के फोरेंसिक विश्लेषण पर आधारित है. सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने 12 दिसंबर को नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया था. दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यहां की विशेष सीबीआई अदालत ने नौ आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
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(पीटीआई-भाषा)