मैसूर : कर्नाटक के मैसूर में हुए सामूहिक बलात्कार मामले में पीड़िता ने 28 दिन बाद अदालत में अपना बयान दर्ज कराया. पीड़िता बुधवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश हुई और सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मैसूर के तृतीय जेएमएफसी कोर्ट में बयान दर्ज कराया. अदालत ने बंद लिफाफे में पीड़िता का बयान सुरक्षित कर लिया है.
कर्नाटक पुलिस ने मैसूर गैंगरेप मामले में सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बाद में आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
गौरतलब है कि 24 अगस्त को एमबीए की छात्रा अपने दोस्त के साथ मैसूर की चामुंडी पहाड़ियों की ओर जा रही थी, तभी कुछ लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मारपीट करने के बाद छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया. आरोपियों ने दोनों के साथ मारपीट भी की थी. बाद में लड़की को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
घटना के बाद पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए पहले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लेकिन पूछताछ के दौरान पुलिस को 7वें आरोपी के बारे में जानकारी मिली. मैसूर पुलिस ने 7वें आरोपी को भी तमिलनाडु के पास से गिरफ्तार कर लिया है.
आपकाे बता दें कि मैसूर सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने सबसे पहले 28 अगस्त को तमिलनाडु के तिरुपुर जिले से एक किशोर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने कथित तौर पर एक वीडियो भी बनाया और तीन लाख रुपये न देने पर इसे सार्वजनिक करने की धमकी दी. जब लड़की और उसके दोस्त ने रकम देने में असमर्थता जताई तो उन लोगों ने उनके साथ मारपीट की.