मुंबई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई को एक बड़ी सफलता मिली है. एजेंसी ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का फंडाफोड़ किया है. एनसीबी मुंबई ने इस मामले में एक महिला समेत दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. वहीं, 2 किलोग्राम कोकीन जब्त की है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 15 करोड़ रुपये आकी गई है. पकड़े गए लोगों में एक जाम्बिया नागरिक और एक तंजानिया की महिला शामिल हैं.
एनसीबी के अनुसार यह ऑपरेशन त्योहारी सीजन के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के प्रयास का हिस्सा था. यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई जब कोकीन जैसी हाई-एंड पार्टी ड्रग्स की मांग बढ़ जाती है. खुफिया जानकारी से पता चला कि एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट भारत में कोकीन की तस्करी की में सक्रिय है. इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का जाल मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, गोवा आदि सहित कई शहरों में फैला हुआ है.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार जांच एजेंसी को जाम्बिया नागरिक गिलमोर के बारे में पता चला कि वह इस गिरोह से जुड़ा है और वह मुंबई ठहरने के लिए एक होटल में पहुंचने वाला है. इसपर एनसीबी मुंबई के अधिकारियों की एक टीम को तुरंत मुंबई स्थित एक होटल में निगरानी बढ़ाने के लिए नियुक्त किया गया. 9 नवंबर को एलए गिलमोर नाम के यात्री के होटल में आने का पता चला था.
इसके बाद एनसीबी ने एलए गिलमोर को रोक लिया गया और तलाशी ली गई. प्रारंभ में उसके सामान से कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुआ. कैरी बैग की बारीकी से जांच करने पर बैग की परतों से 2 पैकेट बरामद हुए. जब इसे खोला गया तो कुल 2 किलो कोकीन बरामद की गई. गिलमोर 9 नवंबर को फ्लाइट से मुंबई आया था और वह नशीली दवाओं की खेप के लिए लुसाका, जाम्बिया से इथियोपिया के अदीस अबाबा गया था.
ये भी पढ़ें- नवी मुंबई में एक करोड़ रुपये का ड्रग्स जब्त, 16 नाइजीरियाई गिरफ्तार
उसने क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े कुछ मध्यस्थों का भी उल्लेख किया. पूछताछ के दौरान यह पाया गया कि गिलमोर को एक हैंडलर द्वारा निर्देशित किया गया था. गिलमोर को सामान की डिलीवरी के लिए दिल्ली आने का निर्देश दिया. एनसीबी-मुंबई टीम मामले की जांच के लिए तुरंत दिल्ली पहुंची. डिलीवरी के निर्दिष्ट क्षेत्र में गुप्त निगरानी की गई और एक जाल बिछाया गया. बाद में एमआर ऑगस्टीनो नाम की एक तंजानियाई महिला, जिसे गिलमोर से खेप प्राप्त करनी थी को रोका गया और बाद में 11 नवंबर को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों व्यक्तियों को आगे की पूछताछ के लिए एनसीबी-मुंबई हिरासत में ले लिया गया.