मुंबई : मुंबई पुलिस ने मंगलवार को कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई जोनल निदेशक समीर वानखेड़े और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कथित रंगदारी वसूली के चार आवेदन मिले हैं और इन दावों की जांच के लिए छानबीन की जा रही है.
आर्यन खान मामले में मध्यस्थ प्रभाकर सैल ने आरोप लगाया था कि आर्यन खान मामले में 25 करोड़ रुपये का सौदा हुआ था.
मुंबई पुलिस ने मंगलवार को कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई जोनल निदेशक समीर वानखेड़े और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कथित रंगदारी वसूली के चार आवेदन मिले हैं और इन दावों की जांच के लिए छानबीन की जा रही है.
इनमें से एक आवेदन एनसीबी के स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल का भी है जिन्होंने आरोप लगाया है कि उन्होंने क्रूज छापामारी मामले में के. पी. गोसावी और अन्य गवाहों को फोन पर किसी सैम डि’सूजा से बात करते और 25 करोड़ रूपये मांगते हुए सुना था जिसमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े के लिए थे.
इस महीने की शुरुआत में समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एक टीम ने मुंबई के तट पर क्रूज पोत पर छापा मारा था और वहां से मादक पदार्थ बरामद करने का दावा किया था. इस टीम ने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान और अन्य लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया था. सैल ने एनसीबी अधिकारियों के खिलाफ मुंबई पुलिस को आवेदन भेजा था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने जोनल निदेशक समीर वानखेड़े सहित एनसीबी के अधिकारियों के खिलाफ मिले चारों आवेदनों को एक साथ जोड़ दिया है. हमने दावों की पुष्टि करने के लिए जांच शुरू कर दी है.
उन्होंने कि सभी आवेदनों को माता रमाबाई आंबेडकर मार्ग थाने भेज दिया गया है और एसीपी रैंक के अधिकारी को जांच सौंपी गयी है. हालांकि, पुलिस ने एनसीबी अधिकारियों के खिलाफ दायर आवेदन में क्या लिखा है और आवेदकों की क्या पहचान है, यह बताने से इंकार कर दिया.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुलिस प्रभाकर सैल के दावों का भी सत्यापन कराएगी.
(पीटीआई-भाषा)