नई दिल्ली : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को 72वें गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली में हिंसा पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जश्न के नाम पर कोई भी समाज या सरकार अराजकता का टशन स्वीकार नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि जो भी लोग जश्न के नाम पर अराजकता कर रहे थे उन्हें यह समझ लेना चाहिए वह कि वह ऐसे कार्यों में सफल नहीं हो सकेंगे.
मुख्तार अब्बास नकवी ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून पर भी बयान दिया है. नकवी ने कहा कि इन कानूनों में कोई भी ऐसी चीज नहीं है जो पहले थी और अब उसे हटा लिया गया हो. उन्होंने कहा कि इन 3 नए कानूनों में किसानों की बेहतरी के लिए और अधिक कानून जोड़े गये हैं. केंद्रिय अल्पसंख्यक मंत्री ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो किसानों के कंधे पर बंदूक और क्रिमिनल काॅन्सपिरेसी का संदूक रखकर माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
विपक्ष पर हमला बोलते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जो लोग केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को गलत ठहरा रहे हैं वह हमें यह बताएं कि क्या उनकी सरकार में जो कानून थे क्या वह हमने हटा लिए हैं? नहीं.
पढ़ें: किसान नेताओं के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करेगी पुलिस, पासपोर्ट सरेंडर की तैयारी
नकवी ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा पर दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि वह कहते हैं कि किसानों पर गोली चला देनी चाहिए, दिल्ली में जो हिंसा हुई उसमें सभी लोग किसान नहीं होंगे, थोड़े बहुत गलत लोग भी होंगे. विपक्ष के लोग कहते हैं कि उन पर गोली चला देनी चाहिए थी, जलियांवाला बाग बना देना चाहिए था, लेकिन यह मोदी सरकार की फितरत नहीं है और ना ही मोदी जी कर सकते हैं. यह सोच कांग्रेस की हो सकती है.