सिवनी। जिले के गांव गोरखपुर में हुई अमानवीय घटना को लेकर जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस विभाग में हड़कंप है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है. मामले के अनुसार लखनादौन थाना क्षेत्र अंतर्गत गोरखपुर गांव में 2 लोगों ने कुछ लोगों पर आरोप लगाया है कि उन पर जादू-टोने किए जाने का शक किया जाता है. गांव में यदि कोई बीमार होता है तो उसका आरोप भी इनके ऊपर लगा दिया जाता है. इसको लेकर पीड़ितों ने लखनादौन थाने में 25 मई को शिकायत की थी.
एसपी को सुनाई आपबीती : समय अधिक होने के बाद जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो पीड़ितों ने मंगलवार की शाम को पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचकर अपनी व्यथा सुनाई. पीड़ित ने एसपी को बताया कि उन पर गलत व झूठा आरोप लगाया गया है. कुछ ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि वह जादू टोना करते हैं. इसलिए उन्हें गांव में रहने नहीं दिया जाएगा. पीड़ितों ने बताया कि कुछ लोगों ने एकजुट होकर धमकाया कि 5 हजार रुपये जुर्माना जमा कर दो. अगर ये राशि नहीं दी तो मारपीट की जाएगी.
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5 हजार जुर्माना देने के बाद भी प्रताड़ना : शिकायत में कहा गया है कि ग्रामीणों की धमकी से डर 5 हजार जुर्माना दे दिया. शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उनके पिता से भी कुछ साल पहले एक लाख की राशि जबरन वसूली गई थी. इस घटना की शिकायत लेकर पीड़ित लखनादौन थाने गए. लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़ितों ने बताया कि गोरखपुर में पंचायत में परिवार सहित बुलाया गया. जबरन जूते में यूरिन कर पिलाई गई. इसके साथ ही धमकाया कि पुलिस में शिकायत नहीं करना. इस मामले में एसडीओपी शशिकांत सरयाम का कहना है "दो व्यक्ति शिकायत लेकर आए थे कि उन्हें जादू टोने के शक पर गांव, जात समाज से बंद कर रहे हैं. जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी."