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MP: पचमढ़ी में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी दुर्लभ प्रजाति की बड़ी लाल गिलहरी

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Published : Sep 13, 2022, 7:19 PM IST

एमपी के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के जंगलों में पाई जाने वाली बड़ी लाल गिलहरी जिसे मालाबार रेड जायंट स्क्विरल भी कहा जाता है, अब पर्यटकों की पहली पसंद बन गई है. पचमढ़ी आने वाले अधिकांश पर्यटकों को बड़ी लाल गिलहरी के दीदार आसानी से हो रहे हैं. इसके लिए पर्यटकों को सतपुड़ा के घने जंगल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही. पचमढ़ी के नगरीय क्षेत्र में कई स्थानों पर दुर्लभ रेड जॉइंट स्क्विरल पेड़ों पर आसानी से देखने को मिल रही है. पिछले कुछ महीनों से इनकी संख्या क्षेत्र में बढ़ गई है. MP Pachmarhi tourist place, Pachmarhi big red squirrel, Rrare species squirrel, Big red squirrel attraction, Satpura Tiger Reserve

पचमढ़ी में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी दुर्लभ प्रजाति की बड़ी लाल गिलहरी
Red Squirrel

नर्मदापुरम। एमपी के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गाइड, टैक्सी चालक, होटल संचालक और स्थानीय लोग यहां आने वाले पर्यटकों को आसानी से बड़ी गिलहरी के दीदार कराते हैं. पचमढ़ी में सैकड़ों स्थानों पर लाल गिलहरी पेड़ों पर देखी जा रही है. हाल ही में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ने अपने सर्वे के आधार पर बड़ी गिलहरी के बढ़ने की जानकारी साझा की थी. रिजर्व पर उप संचालक संदीप फेलोज कहते हैं कि पर्यावरण अनुकूल होने के कारण जंगल और जंगल के बहार बड़ी गिलहरियों की संख्या बढ़ी है.

दुर्लभ प्रजाति की बड़ी लाल गिलहरी

पचमढ़ी में कई स्थानों पर उपलब्ध : फेलोज बताते हैं कि पचमढ़ी के कई क्षेत्रों में बड़ी लाल गिलहरी आसानी से देखी जा रही है. इसका वैज्ञानिक नाम रतुसिका इंडिका है. हमारे विभाग के लोगों में भी बड़ी गिलहरी देखने का क्रेज है. ये सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की विशेषता को दर्शाती है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गाइड राजू यादव कहते हैं कि हिल स्टेशन पचमढ़ी घूमने आए पर्यटक पर्यटन पॉइंट पर जाने से पहले बड़ी गिलहरी को देखना नहीं भूलते. इस दुर्लभ गिलहरी को जब हम उन्हें दिखाते हैं तो वह उन्हें आकर्षित करती है. उसकी उछल कूद देखने के लिए पर्यटक घंटों पेड़ों के आसपास खड़े रहते हैं.

एमपी के टाइगर रिजर्व के फैन हुए रणदीप हुड्डा, इस बार गिलहरी के साथ शेयर की सेल्फी

दुर्लभ श्रेणी की गिलहरी है : पचमढ़ी भ्रमण के बाद भी वह बड़ी गिलहरी को देखने की मंशा जाहिर करते हैं. पचमढ़ी घूमने वाले अधिकांश लोगों को पहले लाल गिलहरी दिखाई जाती है. इसे देखकर वह काफी रोमांचित होते हैं. अपनी लंबी छलांग के कारण क्षेत्र में उड़ने वाली गिलहरी के नाम से प्रसिद्ध जायंट गिलहरी दुर्लभ श्रेणी की मानी जाती है. बड़ी लाल गिलहरी सतपुड़ा के जंगल के अलावा कर्नाटक के जंगल में पाई जाती है.

अभिनेता रणदीप हुड्डा ने बनाया था वीडियो : अधिकारियों के अनुसार एसटीआर के मढ़ई, चूरना, बोरी, पचमढ़ी के जंगल में यह पाई जाती है. इन जगहों पर प्राकृतिक वातावरण व भोजन जायंट गिलहरी के अनुकूल है. इसी के चलते इनकी संख्या बढ़ रही है. कुछ दिन पहले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व घूमने अपनी टीम के साथ अभिनेता रणदीप हुड्डा को भी जंगल सफारी पसंद आई थी. उन्होंने भी यह रेड ज्वाइंट स्कोरल गिलहरी की फोटो और वीडियो अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया था, जिसे काफी लोगों ने सहारा भी था. MP Pachmarhi tourist place, Pachmarhi big red squirrel, Rrare species squirrel, Big red squirrel attraction, Satpura Tiger Reserve

नर्मदापुरम। एमपी के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गाइड, टैक्सी चालक, होटल संचालक और स्थानीय लोग यहां आने वाले पर्यटकों को आसानी से बड़ी गिलहरी के दीदार कराते हैं. पचमढ़ी में सैकड़ों स्थानों पर लाल गिलहरी पेड़ों पर देखी जा रही है. हाल ही में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ने अपने सर्वे के आधार पर बड़ी गिलहरी के बढ़ने की जानकारी साझा की थी. रिजर्व पर उप संचालक संदीप फेलोज कहते हैं कि पर्यावरण अनुकूल होने के कारण जंगल और जंगल के बहार बड़ी गिलहरियों की संख्या बढ़ी है.

दुर्लभ प्रजाति की बड़ी लाल गिलहरी

पचमढ़ी में कई स्थानों पर उपलब्ध : फेलोज बताते हैं कि पचमढ़ी के कई क्षेत्रों में बड़ी लाल गिलहरी आसानी से देखी जा रही है. इसका वैज्ञानिक नाम रतुसिका इंडिका है. हमारे विभाग के लोगों में भी बड़ी गिलहरी देखने का क्रेज है. ये सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की विशेषता को दर्शाती है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गाइड राजू यादव कहते हैं कि हिल स्टेशन पचमढ़ी घूमने आए पर्यटक पर्यटन पॉइंट पर जाने से पहले बड़ी गिलहरी को देखना नहीं भूलते. इस दुर्लभ गिलहरी को जब हम उन्हें दिखाते हैं तो वह उन्हें आकर्षित करती है. उसकी उछल कूद देखने के लिए पर्यटक घंटों पेड़ों के आसपास खड़े रहते हैं.

एमपी के टाइगर रिजर्व के फैन हुए रणदीप हुड्डा, इस बार गिलहरी के साथ शेयर की सेल्फी

दुर्लभ श्रेणी की गिलहरी है : पचमढ़ी भ्रमण के बाद भी वह बड़ी गिलहरी को देखने की मंशा जाहिर करते हैं. पचमढ़ी घूमने वाले अधिकांश लोगों को पहले लाल गिलहरी दिखाई जाती है. इसे देखकर वह काफी रोमांचित होते हैं. अपनी लंबी छलांग के कारण क्षेत्र में उड़ने वाली गिलहरी के नाम से प्रसिद्ध जायंट गिलहरी दुर्लभ श्रेणी की मानी जाती है. बड़ी लाल गिलहरी सतपुड़ा के जंगल के अलावा कर्नाटक के जंगल में पाई जाती है.

अभिनेता रणदीप हुड्डा ने बनाया था वीडियो : अधिकारियों के अनुसार एसटीआर के मढ़ई, चूरना, बोरी, पचमढ़ी के जंगल में यह पाई जाती है. इन जगहों पर प्राकृतिक वातावरण व भोजन जायंट गिलहरी के अनुकूल है. इसी के चलते इनकी संख्या बढ़ रही है. कुछ दिन पहले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व घूमने अपनी टीम के साथ अभिनेता रणदीप हुड्डा को भी जंगल सफारी पसंद आई थी. उन्होंने भी यह रेड ज्वाइंट स्कोरल गिलहरी की फोटो और वीडियो अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया था, जिसे काफी लोगों ने सहारा भी था. MP Pachmarhi tourist place, Pachmarhi big red squirrel, Rrare species squirrel, Big red squirrel attraction, Satpura Tiger Reserve

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