मुरैना। चम्बल में खून का बदला खून, यह कहावत पुराने समय से चली आ रही है. इसी कहावत को आज शुक्रवार को लेपा गांव में हुई घटना ने एक बाद फिर चरितार्थ किया है. करीब 4-5 साल पुरानी हत्या का बदला लेने के लिए लेपा गांव में तोमर समाज के दो परिवारों के बीच पहले लाठियां चली, इसके बाद रायफलों से ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. इस फायरिंग में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई, तथा 3 घायल हुए हैं. घायलों को उपचार ले लिए मुरैना जिला अस्पताल भेजा गया है. घटना में 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. बता दें घायल व मृतकों में महिलाएं भी शामिल हैं. घटना सिहोनियां थाना क्षेत्र की है. इस घटना की खबर लगते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई. मामले की गभीरता को देखते हुए गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.
पुरानी रंजिश में चली गोलियां: जानकारी के अनुसार, मुरैना जिले के सिहोनियां थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लेपा गांव में रंजीत तोमर और रामवीर सिंह तोमर के बीच पुरानी दुश्मनी चली आ रही थी. इसी दुश्मनी के चलते शुक्रवार की सुबह दोनों परिवार एक बार फिर आमने-सामने हो गए. बताते हैं कि, पहले दोनों परिवारों के बीच जमकर लाठियां चली, इसके बाद रायफलों से फायरिंग होने लगी. रामवीर तोमर की ओर से एक युवक ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इस गोलीबारी में गजेंद्र सिंह तोमर और इसके दोनों बेटे फुंदी तोमर और संजू तोमर की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई. इसके अलावा गोली लगने से 3 महिलाओं की भी मौत हुई है. साथ ही 3 लोग घायल हुए हैं.
छावनी बना गांव: घटना की खबर लगते ही तत्काल सिहोनियां थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. पुलिस ने घायलों को वाहन में रखकर उपचार के लिए जिला अस्पताल के लिए भेज दिया. उधर इस घटना की सूचना मिलते ही भारी पुलिसफोर्स के साथ जिला मुख्यालय से अधिकारी मौके पर पहुंच गए. अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है. इस घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया है. कोई भी महिला-पुरुष अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. मामले की गभीरता को देखते हुए गांव को पुलिस छावनी बना दिया गया है.
10 साल पुराना बदला: इस हत्याकांड के पीछे करीब 10 साल पुरानी दुश्मनी बताई जा रही है. बताते है कि, लगभग 10 साल पहले रंजीत तोमर के परिवार के लोगों ने रामवीर तोमर पक्ष के दो लोगों की हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद आरोपी पक्ष के लोग गांव छोड़कर चले गए थे. 10 साल बाद रामवीर पक्ष के लोगों ने हत्या का बदला लेने के लिए उन्हें गांव बुलाया और उन पर लाठियों से हमला किया, इसके बाद गोलियों से भून दिया. एएसपी रायसिंह नरवरिया का कहना है कि, ''पुरानी दुश्मनी के चलते दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया. इसमें 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, और 3 लोगों की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई. 2 घायलों की हालत गंभीर है, उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है.
बहाने से बुलाया गांव: मृतक के परिजन ''रघुराज का कहना हैं कि उनके परिवार ने 2013 में स्कूल के लिए 6 बीघा जमीन दी थी, और कहा था इस जमीन पर कोई भी निजी कार्य के लिए उपयोग नहीं करेगा. लेकिन आरोपी पक्ष स्कूल की जमीन पर गोबर और कंडे डालने लगे. जब फरियादी पक्ष ने मना किया तो झगड़ा हुआ तो उस समय आरोपी पक्ष के दो लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद रघुराज के परिवार को जेल भी हुई थी. सजा काटने के बाद पूरा परिवार बाहर रहने लगा.'' रघुराज ने बताया की एक साल पहले दोनों पक्ष में राजीनामा हुआ और आरोपी पक्ष ने उनसे कहा की आप लोग गांव आ जाओ, यहां रह सकते हो. जिसके बाद रघुराज तोमर का परिवार आज अहमदाबाद से लेपा गांव आया. जब ये लोग गाड़ी से उतर रहे थे तभी आरोपी पक्ष के 7-8 लोग लाठी डंडे और बंदूक लेकर आए और घेर कर हमला कर दिया. ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें तीन लोगों की मौक़े पर मौत हो गई, जबकि 5 घायल हो गए. सूचना पाकर सिहोनियां थाना पुलिस सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. घायलों को जिला अस्पताल भेजा जहां तीन महिलाओं की मौत हो गई, कुल मिलाकर 6 लोगों की मौत हुई हैं और दो घायल हुए हैं.