छिंदवाड़ा। अच्छी शिक्षा पाने और बेहतर मुकाम के लिए स्टूडेंट्स दिन-रात मेहनत करते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी स्टूडेंट्स हैं जो शॉर्टकट अपनाते हैं. ऐसे ही शॉर्टकट के चक्कर में लाखों रुपए की ठगी का मामला छिंदवाड़ा के राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय में आया है. यहां पर 5 से 6 हजार रुपये में फर्जी मार्कशीट बनाकर छात्रों को दे दी गईं. राजमाता कन्या महाविद्यालय की छात्राएं ठगी का शिकार हुई हैं. दरअसल, इन छात्राओं ने फर्जी मार्कशीट बनवाने के नाम पर लाखों रुपए एक ऐसे युवक को दे दिए, जिसने इन्हें भरोसा दिलाया था कि वह पास वाली अंकसूची बनाकर इन्हें देंगे. इस जालसाज युवक का नाम मुकेश यादव है.
ऐसे लिया छात्राओं को भरोसे में : युवक ने पहले कुछ छात्राओं को ये अंकसूची दी भी थीं, जिसको लेकर अन्य छात्राओं को विश्वास हो गया. परीक्षा में एटीकेटी वाली ये छात्राएं अब इस युवक की तलाश कर रही हैं. ऐसी छात्राओं की संख्या तकरीबन 134 बताई जा रही है. मामला पुलिस के पास पहुंचा है. कन्या महाविद्यालय में फर्स्ट ईयर की छात्राओं को बड़ी संख्या में एटीकेटी आई थी, इनमें सभी विषयों की छात्राएं शामिल थीं. इन छात्राओं को एक युवक ने सोशल मीडिया के माध्यम से भरोसा दिलाया कि वह असली वाली पास की अंकसूची उन्हें उपलब्ध करवा देगा. इसके लिए कोई पेपर देने की जरूरत भी नहीं है. युवक के झांसे में छात्राएं फंस गईं और पेपर के हिसाब से पैसे जमा करवा दिए.
रफ्फूचक्कर हुआ जालसाज : एक पीड़ित छात्रा ने बताया कि इस युवक ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था, जिसका नाम राजमाता सिंधिया ग्रुप था. इसमें तकरीबन दो सौ छात्राएं जुडी हुई हैं. इस युवक ने पहले तो इस समूह में एक मैसेज डाला कि एटीकेटी वाली छात्राओं के लिए अंतिम अवसर, जिन्हें पास होना है, वे संपर्क करें. कुछ छात्राओं ने पहले इस युवक से संपर्क किया. छात्राओं की मानें तो इसने कुछ छात्राओं को अंकसूची बनाकर भी दी हैं. इन अंकसूची को दिखाने के बाद अन्य छात्राओं ने इन पर भरोसा कर लिया और फिर उसके एकाउंट में राशि भेज दी. बताया जा रहा है कि तकरीबन 134 छात्राओं ने इसके एकाउंट में राशि डाली है.
पुलिस ने शुरू की जांच : कोतवाली थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है. पैसे लेने वाले युवक की पतासाजी करने उसके नंबरों को साइबर सेल के पास ट्रेस में डाला है. बताया जा रहा है कि उसकी लोकेशन रायपुर और आसपास मिल रही है. पुलिस के अनुसार जल्दी ही लोकेशन के अनुसार उसे पकड़ लिया जाएगा. हालांकि मामले में पुलिस अभी कॉलेज प्रबंधन और कुछ छात्राओं से पूरी जानकारी जुटाने की बात कह रही. छात्राओं ने जिस हिसाब से राशि दी है, उसके अनुसार अभी तक वह तकरीबन 5 से 7 लाख की वसूली कर चुका है. अब उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया है. छात्राएं परेशान हो रही हैं. माना जा रहा है कि इस कांड में कुछ छात्राएं भी आरोपी का साथ दे रही हैं.
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अंकसूची का रेट 5 हजार रुपये : राजमाता गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल अजरा एजाज़ ने बताया कि छात्राओं की मानें तो अंकसूची बनाने वाला युवक एक विषय के 15 सौ रुपए मांग रहा था. कुछ छात्राओं को चार से पांच विषय में एटीकेटी आई थी. उनसे उसने 5 से 6 हजार रुपए तक लिए हैं. हालांकि कुछ छात्राओं ने इस मामले में राशि कम करवाई तो एक विषय के हिसाब से 8 सौ रुपए तक लिए हैं. छात्राओं का कहना है कि ये युवक कभीकभार कॉलेज में भी आता रहा है. इसका नाम मुकेश यादव बताया जा रहा है. जिन छात्राओं ने अंकसूची बनवाई है, उन्होने इस बात की जानकारी दूसरी छात्राओं को दी कि वह कॉलेज में मिलने आता था.