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MP Fertilizer Shortage केंद्र और राज्य का दावा खाद की कोई कमी नहीं, फिर किसान बेबस क्यों, कहां गायब हो रहा यूरिया - एमपी किसान खाद के लिए परेशान

मध्यप्रदेश में हर साल किसानों को खाद की समस्या से दो-चार होना पड़ता है (shortage of fertilizers in mp). ठिठुरती ठंड में किसान लंबी लंबी लाइन लगाकर घंटो खाद का इंतजार कर रहे हैं, वहीं खाद ना मिलने पर मायूस होकर घर लौट रहे हैं. एक तरफ खाद को लेकर प्रदेश में इस तरह की तस्वीर सामने आ रही है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में सीएम से लेकर प्रशासन खाद की कमी न होने का दावा कर रही है (mp government said no shortage of fertilizers). ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब खाद पर्याप्त मात्रा में है तो वह किसानों को मिल क्यों नहीं रही है.

shortage of fertilizers in mp
एमपी सरकार खाद की कमी नहीं
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Published : Nov 15, 2022, 9:39 PM IST

ग्वालियर। इस समय पूरे मध्यप्रदेश के साथ-साथ ग्वालियर चंबल अंचल में यूरिया खाद का संकट पैदा हो गया है (shortage of fertilizers in mp). हालात यह हो गए हैं कि अंचल के किसान ठिठुरती ठंड में रात भर लाइन में खड़े होकर खाद लेने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री, सीएम से लेकर प्रशासन दावा कर रहा है कि खाद की उपलब्धता भरपूर है. कहीं भी खाद की कोई कमी नहीं है (mp government said no shortage of fertilizers). वहीं दूसरी ओर किसान खाद लेने के लिए अपने हाथ फैला रहे हैं. प्रदेश में खाद के संकट पर कांग्रेस भी सरकार पर निशाना साधने में पीछे नहीं हट रही है. इन हालातों में अब सवाल यह भी उठ रहा है कि सरकार अगर खाद की आपूर्ति का दावा कर रही है तो बीच में यह खाद गायब कहां हो रही है.

एमपी सरकार खाद की कमी नहीं

प्रशासन का दावा नहीं है खाद की दिक्कत: मध्यप्रदेश में पिछले कई सालों में खाद का वितरण सहकारी सोसाइटी के माध्यम से 60 फ़ीसदी किया जाता है. जबकि 40 तीसरी प्राइवेट दुकानों के माध्यम से हो रहा है. किसान 90 फ़ीसदी यूरिया डीएपी और एनपीके खाद सहकारी समितियों के माध्यम से वितरण किए जाने और 10 फ़ीसदी प्राइवेट दुकानदारों के जरिए वितरण किए जाने की मांग कर रहे हैं. यह व्यवस्था लागू नहीं होने से किसानों के लिए खाद के संकट का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है और किसानों को खाद के लिए शहर व गांव के खाद वितरण केंद्रों पर पहुंचकर रोज जद्दोजहद करनी पड़ रही है. तो वहीं ग्वालियर के कलेक्टर कह रहे हैं कि हमारे यहां खाद की कोई दिक्कत नहीं है. खाद पर्याप्त मात्रा में किसानों को दी जा रही है बस किसान धैर्य बनाए रखें,सभी को खाद वितरित की जाएगी.

एमपी सरकार खाद की कमी नहीं

खाद की कमी पर सरकार के नुमाइंदों का क्या है कहना:

दंदरौआ धाम में बोले केंद्रीय मंत्री नहीं है खाद की कमी: वहीं 4 अक्टूबर को भिंड के दंदरौआ धाम पहुंचे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से जब किसानों को खाद की किल्लत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है (mp government said no shortage of fertilizers). अगर किसान और प्रशासन मिलकर व्यवस्था करेंगे तो जिले के हर किसान को खाद उपलब्ध हो जाएगी. इतनी व्यवस्था प्रधानमंत्री ने कर के रखी है. खाद की कहीं कोई कमी देश में नहीं है.

  • मेरे प्रिय किसान भाइयों-बहनों, प्रदेश में खाद की निरंतर आपूर्ति की जा रही है।

    हमारे पास पर्याप्त खाद है और मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं कि हम इसकी कोई कमी नहीं आने देंगे। इसलिए आप बिल्कुल चिंता न करें।

    कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। pic.twitter.com/Ul6Ttj22ki

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दंदरौआ धाम पहुंचे मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, अंचल में खाद किल्लत और लम्पी वायरस पर दिया बयान

सीएम ने भी ट्वीट कर किया आश्वस्त : वहीं खाद की समस्या पर सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर लिखा कि मेरे किसान भाइयों-बहनों, प्रदेश में खाद की निरंतर आपूर्ति की जा रही है (cm tweeted on fertilizer problem in mp). हमारे पास पर्याप्त खाद है और मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं कि हम इसकी कोई कमी नहीं आने देंगे. इसलिए आप बिल्कुल चिंता न करें. कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

कृषि मंत्री ने कहा चिंता की नहीं कोई बात: वहीं 8 नवंबर को छिंदवाड़ा पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. सभी किसानों को पर्याप्त खात उपलब्ध कराई जाएगी.

एक बार फिर आश्वासन देते नजर आए नरेंद्र सिंह तोमर: वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर किसानों को आश्वसन देते हुए कहा कि खाद की कोई कमी नहीं है. 15 नवंबर यानि की मंगलवार को इंदौर पहुंचे मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश के अलावा देशभर में कहीं भी खाद की कोई किल्लत नहीं है.

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान -MP में खाद का कोई संकट नहीं, सबको मिलेगा, थोड़ा धैर्य रखें किसान

वादों और दावों के बीच शिवपुरी में खाद की कालाबाजारी: एक तरफ केंद्रीय मंत्री और सीएम से लेकर सभी आला अधिकारी खाद की पर्याप्त मात्रा होने के दावे कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ खाद को लेकर कालाबाजारी भी जमकर हो रही है. इस काला बाजारी को रोकने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. 2 दिन पहले खाद की कालाबाजारी (black marketing of fertilizers in shivpuri) का वीडियो बदरवास नगर परिषद कार्यालय के पीछे कार के गोदाम से निकल कर सामने आया था. जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में रात के समय खाद की मंडी सजी हुई है और इस मंडी में ब्लैक में खाद को बड़ी ही आराम से बेचा जा रहा है. साथ ही मध्य प्रदेश के कई इलाकों से खाद की कालाबाजारी का बड़ा रैकेट चल रहा है. यही कारण है कि सरकार जो दावा कर रही है कि खाद पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन किसानों तक नहीं पहुंच रहा पा रही है. लिहाजा किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं.

Datia Fertilizer Crisis: खरीफ की बोनी के पहले गहराने लगा खाद का संकट, खाद की समस्या से गुस्साए किसान

खाद के लिए दिन-रात भटक रहे किसान: ग्वालियर चंबल संभाग सहित प्रदेश में खाद का संकट है. सालाना होने वाले खाद के संकट को लेकर प्रशासन स्तर पर गंभीरता नहीं बरती जा रही है. कई जिलों में हाथ के लिए रैंक पॉइंट तक स्थापित नहीं कराये. कई जिलों में खाद की कालाबाजारी की जा रही है. अंचल के मुरैना, ग्वालियर, दतिया और श्योपुर खाद का संकट बरकरार है. अंचल के किसान खाद के लिए दिन-रात भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है. किसानों का कहना है कि प्रशासन के अधिकारी खाद को लेकर दावा कर रहे हैं और किसान रोज आकर लाइन में खड़े हो जाते हैं, लेकिन उसके बाद भी खाद उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.

कांग्रेस का शिवराज सरकार पर निशाना: वही लगातार मध्यप्रदेश में खाद की परेशानी से जूझ रहे किसानों को लेकर कांग्रेस का कहना है कि हर बार की तरह खाद और यूरिया के लिए किसान फिर से ठंड में दिन-रात लाइन में लगने को मजबूर है (congress targets mp government for khad), लेकिन सरकार लगातार झूठे वादे कर किसानों को गुमराह करने में लगी हुई है. कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि पिछले 4 सालों से मध्य प्रदेश का किसान खाद को लेकर परेशान है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि किसानों को आने वाली खाद कहीं दूसरी जगह सप्लाई हो रही है. जिसके कारण यह माफिया अधिक मूल्य में खाद को खरीद रहे हैं.

ग्वालियर। इस समय पूरे मध्यप्रदेश के साथ-साथ ग्वालियर चंबल अंचल में यूरिया खाद का संकट पैदा हो गया है (shortage of fertilizers in mp). हालात यह हो गए हैं कि अंचल के किसान ठिठुरती ठंड में रात भर लाइन में खड़े होकर खाद लेने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री, सीएम से लेकर प्रशासन दावा कर रहा है कि खाद की उपलब्धता भरपूर है. कहीं भी खाद की कोई कमी नहीं है (mp government said no shortage of fertilizers). वहीं दूसरी ओर किसान खाद लेने के लिए अपने हाथ फैला रहे हैं. प्रदेश में खाद के संकट पर कांग्रेस भी सरकार पर निशाना साधने में पीछे नहीं हट रही है. इन हालातों में अब सवाल यह भी उठ रहा है कि सरकार अगर खाद की आपूर्ति का दावा कर रही है तो बीच में यह खाद गायब कहां हो रही है.

एमपी सरकार खाद की कमी नहीं

प्रशासन का दावा नहीं है खाद की दिक्कत: मध्यप्रदेश में पिछले कई सालों में खाद का वितरण सहकारी सोसाइटी के माध्यम से 60 फ़ीसदी किया जाता है. जबकि 40 तीसरी प्राइवेट दुकानों के माध्यम से हो रहा है. किसान 90 फ़ीसदी यूरिया डीएपी और एनपीके खाद सहकारी समितियों के माध्यम से वितरण किए जाने और 10 फ़ीसदी प्राइवेट दुकानदारों के जरिए वितरण किए जाने की मांग कर रहे हैं. यह व्यवस्था लागू नहीं होने से किसानों के लिए खाद के संकट का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है और किसानों को खाद के लिए शहर व गांव के खाद वितरण केंद्रों पर पहुंचकर रोज जद्दोजहद करनी पड़ रही है. तो वहीं ग्वालियर के कलेक्टर कह रहे हैं कि हमारे यहां खाद की कोई दिक्कत नहीं है. खाद पर्याप्त मात्रा में किसानों को दी जा रही है बस किसान धैर्य बनाए रखें,सभी को खाद वितरित की जाएगी.

एमपी सरकार खाद की कमी नहीं

खाद की कमी पर सरकार के नुमाइंदों का क्या है कहना:

दंदरौआ धाम में बोले केंद्रीय मंत्री नहीं है खाद की कमी: वहीं 4 अक्टूबर को भिंड के दंदरौआ धाम पहुंचे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से जब किसानों को खाद की किल्लत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है (mp government said no shortage of fertilizers). अगर किसान और प्रशासन मिलकर व्यवस्था करेंगे तो जिले के हर किसान को खाद उपलब्ध हो जाएगी. इतनी व्यवस्था प्रधानमंत्री ने कर के रखी है. खाद की कहीं कोई कमी देश में नहीं है.

  • मेरे प्रिय किसान भाइयों-बहनों, प्रदेश में खाद की निरंतर आपूर्ति की जा रही है।

    हमारे पास पर्याप्त खाद है और मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं कि हम इसकी कोई कमी नहीं आने देंगे। इसलिए आप बिल्कुल चिंता न करें।

    कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। pic.twitter.com/Ul6Ttj22ki

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दंदरौआ धाम पहुंचे मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, अंचल में खाद किल्लत और लम्पी वायरस पर दिया बयान

सीएम ने भी ट्वीट कर किया आश्वस्त : वहीं खाद की समस्या पर सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर लिखा कि मेरे किसान भाइयों-बहनों, प्रदेश में खाद की निरंतर आपूर्ति की जा रही है (cm tweeted on fertilizer problem in mp). हमारे पास पर्याप्त खाद है और मैं आपको आश्वस्त कर रहा हूं कि हम इसकी कोई कमी नहीं आने देंगे. इसलिए आप बिल्कुल चिंता न करें. कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

कृषि मंत्री ने कहा चिंता की नहीं कोई बात: वहीं 8 नवंबर को छिंदवाड़ा पहुंचे कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. सभी किसानों को पर्याप्त खात उपलब्ध कराई जाएगी.

एक बार फिर आश्वासन देते नजर आए नरेंद्र सिंह तोमर: वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर किसानों को आश्वसन देते हुए कहा कि खाद की कोई कमी नहीं है. 15 नवंबर यानि की मंगलवार को इंदौर पहुंचे मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश के अलावा देशभर में कहीं भी खाद की कोई किल्लत नहीं है.

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान -MP में खाद का कोई संकट नहीं, सबको मिलेगा, थोड़ा धैर्य रखें किसान

वादों और दावों के बीच शिवपुरी में खाद की कालाबाजारी: एक तरफ केंद्रीय मंत्री और सीएम से लेकर सभी आला अधिकारी खाद की पर्याप्त मात्रा होने के दावे कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ खाद को लेकर कालाबाजारी भी जमकर हो रही है. इस काला बाजारी को रोकने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. 2 दिन पहले खाद की कालाबाजारी (black marketing of fertilizers in shivpuri) का वीडियो बदरवास नगर परिषद कार्यालय के पीछे कार के गोदाम से निकल कर सामने आया था. जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में रात के समय खाद की मंडी सजी हुई है और इस मंडी में ब्लैक में खाद को बड़ी ही आराम से बेचा जा रहा है. साथ ही मध्य प्रदेश के कई इलाकों से खाद की कालाबाजारी का बड़ा रैकेट चल रहा है. यही कारण है कि सरकार जो दावा कर रही है कि खाद पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन किसानों तक नहीं पहुंच रहा पा रही है. लिहाजा किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं.

Datia Fertilizer Crisis: खरीफ की बोनी के पहले गहराने लगा खाद का संकट, खाद की समस्या से गुस्साए किसान

खाद के लिए दिन-रात भटक रहे किसान: ग्वालियर चंबल संभाग सहित प्रदेश में खाद का संकट है. सालाना होने वाले खाद के संकट को लेकर प्रशासन स्तर पर गंभीरता नहीं बरती जा रही है. कई जिलों में हाथ के लिए रैंक पॉइंट तक स्थापित नहीं कराये. कई जिलों में खाद की कालाबाजारी की जा रही है. अंचल के मुरैना, ग्वालियर, दतिया और श्योपुर खाद का संकट बरकरार है. अंचल के किसान खाद के लिए दिन-रात भटक रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है. किसानों का कहना है कि प्रशासन के अधिकारी खाद को लेकर दावा कर रहे हैं और किसान रोज आकर लाइन में खड़े हो जाते हैं, लेकिन उसके बाद भी खाद उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.

कांग्रेस का शिवराज सरकार पर निशाना: वही लगातार मध्यप्रदेश में खाद की परेशानी से जूझ रहे किसानों को लेकर कांग्रेस का कहना है कि हर बार की तरह खाद और यूरिया के लिए किसान फिर से ठंड में दिन-रात लाइन में लगने को मजबूर है (congress targets mp government for khad), लेकिन सरकार लगातार झूठे वादे कर किसानों को गुमराह करने में लगी हुई है. कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि पिछले 4 सालों से मध्य प्रदेश का किसान खाद को लेकर परेशान है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि किसानों को आने वाली खाद कहीं दूसरी जगह सप्लाई हो रही है. जिसके कारण यह माफिया अधिक मूल्य में खाद को खरीद रहे हैं.

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