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MP Gold Recovered: रतलाम में पकड़ी गई दशक की सबसे बड़ी सोने की तस्करी, मुंबई से आया था सोना, एमपी, राजस्थान व गुजरात में होनी थी डिलीवरी

एमपी (Madhya Pradesh) के रतलाम शहर में अब तक की सबसे बड़ी सोने की तस्करी का खुलासा हुआ है. करीब 8 करोड़ रुपए कीमत का सोना पुलिस ने पकड़ा है. साथ में विदेशी करंसी भी पकड़ी गई है. इसकी सप्लाई एमपी के चार जिलों के अलावा गुजरात और राजस्थान में की जानी थी.

2 men held with gold worth Rs 8 cr in MP
एक्टिवा सवारों से 8 करोड़ का सोना बरामद
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 10, 2023, 11:38 AM IST

Updated : Sep 10, 2023, 2:30 PM IST

एक्टिवा सवारों से 8 करोड़ का सोना बरामद

भोपाल/रतलाम। एमपी के रतलाम जिले के रिंगनोद थाने में शनिवार से लेकर रविवार सुबह तक अचानक सोने के व्यापारियों का आना जाना बढ़ गया. कोई समझ नहीं पा रहा था कि सोने के व्यापारी क्यों थाने आ रहे हैं. मसला रविवार सुबह तब खुला जब पुलिस ने मीडिया के सामने आकर बताया कि एक बड़ी सोने की तस्करी पकड़ी गई है. ईटीवी भारत ने मामले में पड़ताल की ताे पता चला कि पूरा सोना मुंबई से रतलाम लाया गया था और यहां से राजस्थान व गुजरात के कई शहरों में डिलीवर होना था. डिलीवरी देने वाले दोनों शख्स भी एमपी के बाहर से आकर रतलाम में रुके थे. इनमें से प्रवीण सैनी हरियाणा तो दूसरा सुभाष वर्मा राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला है. सुभाष की उम्र 32 और प्रवीण की उम्र 30 साल है. दोनों के पास बरामद कि गए सोने के करीब 100 पैकेट में सोना अलग अलग रूप में बंद था. किसी में सोने की ईंट थी तो किसी में बिस्कुट के रूप में सोना रखा हुआ था. बहुत सारे पैकेट में जेवरात के रूप में भी सोना था.

तस्करों ने कंप्यूटर से नकली बिल किए तैयार: पुलिस ने बताया कि 24 कैरेट का यह सोना रतलाम शहर के साथ एमपी के मंदसौर जिला, नीमच जिला और आगर जिला में डिलीवर किया जाना था. वहीं राजस्थान के बांसवाड़ा में भी कुछ पैकेट डिलीवर होने थे. जबकि गुजरात के कुद शहरों में भी इसे डिलीवर किया जाना था. सोने की तस्करी के लिए दोनों ही तस्करों ने कंप्यूटर से नकली बिल भी तैयार किए थे. ताकि चेकिंग होने पर एकदम किसी को बताकर निकला जा सके. यह बिल इतनी सफाई से तैयार किए गए हैं कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो रहा है. इसके बाद भी रतलाम के दर्जन भर व्यापारियों ने पहुंचकर क्लेम किया है कि उनके बिल असली हैं. तस्करी पकड़ने के बाद पुलिस ने जीएसटी, इनकम टैक्स और अन्य दूसरे डिपार्टमेंट को सूचित कर दिया है.

शौकिया लोगों के लिए ले जा रहे थे फॉरेन करंसी: पूछताछ में पता चला कि जो फॉरेन करंसी पकड़ी गई, वह शौकियां लोगों के लिए ले जाई जा रही थी. रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि ''हमें हवाली की आशंका है.'' जब उनसे पूछा कि सोने के साथ विदेशी करंसी का क्या काम तो उन्होंने बताया कि ''कुछ लोग विदेशी करंसी घर में रखना शान और शौकत समझते हैं. इनके नंबर्स यूनिक होते हैं, इसलिए भी लोग रखते हैं. जबकि भारतीय करंसी एक सीरिज में रहती है. यह लोग ऐसे ही कुछ लोगों को सप्लाई करने वाले थे.''

दशक की सबसे बड़ी तस्करी: एमपी का रतलाम जिला दो स्टेट के बार्डर से जुड़ा है. इसमें गुजरात और राजस्थान शामिल है. इसीलिए इस जिले में सोना और अफीम की तस्करी की लगातार घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन शनिवार को पुलिस ने जो रैकेट पकड़ा है, वह बीते करीब एक दशक का सबसे बड़ा खुलासा बताया जा रहा है. रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अनुसार ''उनके रिंगनोद थाना प्रभारी (Taini IPS) मयूर खंडेलवाल का शनिवार सुबह कॉल आया कि सर मुंबई से दो लोग भारी भरकम सोना लेकर आ रहे हैं. सोने की तस्करी होने की सूचना मिलते ही तत्काल एक टीम बनाई गई.''

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ऐसे पकड़ी गई सोने की खेप: इस टीम ने स्टेशन रोड एरिया में नाकाबंदी कर दी और चेकिंग शुरू की. इसी रोड पर अचानक एक एक्टिवा देखी गई, वाहन सवार एक बैग पकड़ा हुआ था, एक बैग पैक भी था. शक होने पर इनसे पूछताछ की और बैग की तलाशी ली तो पुलिस देखकर हैरान हो गई कि भीतर 100 से ज्यादा पार्सल में सोना भरा हुआ था, वहीं फॅारेन कंरसी भी थी, जिसमें डॉलर, दिरहम और रियाल शामिल हैं. तत्काल दोनों को हिरासत में लिया और थाने लेकर आए. इसके बाद सोने का का वजन करवाया तो वह करीब 13 किलो 245 ग्राम निकला. जिसकी मार्केट कीमत लगभग 8 करोड़ रुपए है. इतना ही नहीं बैग में एक जीपीएस ट्रैकर और फॉरेन करंसी डॉलर, दिरहम और रियाल भी थी. जिन दो आरोपियों को पकड़ा गया, वे दोनों एमपी के बाहर थे. यह दोनों इन दिनों रतलाम में रह रहे हैं. एसपी ने बताया कि ''दोनों से पूछताछ की जा रही है.''

(नोट- इस खबर का कुछ अंश पीटीआई से भी लिया गया है)

एक्टिवा सवारों से 8 करोड़ का सोना बरामद

भोपाल/रतलाम। एमपी के रतलाम जिले के रिंगनोद थाने में शनिवार से लेकर रविवार सुबह तक अचानक सोने के व्यापारियों का आना जाना बढ़ गया. कोई समझ नहीं पा रहा था कि सोने के व्यापारी क्यों थाने आ रहे हैं. मसला रविवार सुबह तब खुला जब पुलिस ने मीडिया के सामने आकर बताया कि एक बड़ी सोने की तस्करी पकड़ी गई है. ईटीवी भारत ने मामले में पड़ताल की ताे पता चला कि पूरा सोना मुंबई से रतलाम लाया गया था और यहां से राजस्थान व गुजरात के कई शहरों में डिलीवर होना था. डिलीवरी देने वाले दोनों शख्स भी एमपी के बाहर से आकर रतलाम में रुके थे. इनमें से प्रवीण सैनी हरियाणा तो दूसरा सुभाष वर्मा राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला है. सुभाष की उम्र 32 और प्रवीण की उम्र 30 साल है. दोनों के पास बरामद कि गए सोने के करीब 100 पैकेट में सोना अलग अलग रूप में बंद था. किसी में सोने की ईंट थी तो किसी में बिस्कुट के रूप में सोना रखा हुआ था. बहुत सारे पैकेट में जेवरात के रूप में भी सोना था.

तस्करों ने कंप्यूटर से नकली बिल किए तैयार: पुलिस ने बताया कि 24 कैरेट का यह सोना रतलाम शहर के साथ एमपी के मंदसौर जिला, नीमच जिला और आगर जिला में डिलीवर किया जाना था. वहीं राजस्थान के बांसवाड़ा में भी कुछ पैकेट डिलीवर होने थे. जबकि गुजरात के कुद शहरों में भी इसे डिलीवर किया जाना था. सोने की तस्करी के लिए दोनों ही तस्करों ने कंप्यूटर से नकली बिल भी तैयार किए थे. ताकि चेकिंग होने पर एकदम किसी को बताकर निकला जा सके. यह बिल इतनी सफाई से तैयार किए गए हैं कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो रहा है. इसके बाद भी रतलाम के दर्जन भर व्यापारियों ने पहुंचकर क्लेम किया है कि उनके बिल असली हैं. तस्करी पकड़ने के बाद पुलिस ने जीएसटी, इनकम टैक्स और अन्य दूसरे डिपार्टमेंट को सूचित कर दिया है.

शौकिया लोगों के लिए ले जा रहे थे फॉरेन करंसी: पूछताछ में पता चला कि जो फॉरेन करंसी पकड़ी गई, वह शौकियां लोगों के लिए ले जाई जा रही थी. रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि ''हमें हवाली की आशंका है.'' जब उनसे पूछा कि सोने के साथ विदेशी करंसी का क्या काम तो उन्होंने बताया कि ''कुछ लोग विदेशी करंसी घर में रखना शान और शौकत समझते हैं. इनके नंबर्स यूनिक होते हैं, इसलिए भी लोग रखते हैं. जबकि भारतीय करंसी एक सीरिज में रहती है. यह लोग ऐसे ही कुछ लोगों को सप्लाई करने वाले थे.''

दशक की सबसे बड़ी तस्करी: एमपी का रतलाम जिला दो स्टेट के बार्डर से जुड़ा है. इसमें गुजरात और राजस्थान शामिल है. इसीलिए इस जिले में सोना और अफीम की तस्करी की लगातार घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन शनिवार को पुलिस ने जो रैकेट पकड़ा है, वह बीते करीब एक दशक का सबसे बड़ा खुलासा बताया जा रहा है. रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अनुसार ''उनके रिंगनोद थाना प्रभारी (Taini IPS) मयूर खंडेलवाल का शनिवार सुबह कॉल आया कि सर मुंबई से दो लोग भारी भरकम सोना लेकर आ रहे हैं. सोने की तस्करी होने की सूचना मिलते ही तत्काल एक टीम बनाई गई.''

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ऐसे पकड़ी गई सोने की खेप: इस टीम ने स्टेशन रोड एरिया में नाकाबंदी कर दी और चेकिंग शुरू की. इसी रोड पर अचानक एक एक्टिवा देखी गई, वाहन सवार एक बैग पकड़ा हुआ था, एक बैग पैक भी था. शक होने पर इनसे पूछताछ की और बैग की तलाशी ली तो पुलिस देखकर हैरान हो गई कि भीतर 100 से ज्यादा पार्सल में सोना भरा हुआ था, वहीं फॅारेन कंरसी भी थी, जिसमें डॉलर, दिरहम और रियाल शामिल हैं. तत्काल दोनों को हिरासत में लिया और थाने लेकर आए. इसके बाद सोने का का वजन करवाया तो वह करीब 13 किलो 245 ग्राम निकला. जिसकी मार्केट कीमत लगभग 8 करोड़ रुपए है. इतना ही नहीं बैग में एक जीपीएस ट्रैकर और फॉरेन करंसी डॉलर, दिरहम और रियाल भी थी. जिन दो आरोपियों को पकड़ा गया, वे दोनों एमपी के बाहर थे. यह दोनों इन दिनों रतलाम में रह रहे हैं. एसपी ने बताया कि ''दोनों से पूछताछ की जा रही है.''

(नोट- इस खबर का कुछ अंश पीटीआई से भी लिया गया है)

Last Updated : Sep 10, 2023, 2:30 PM IST
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