नई दिल्ली/पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जातीय जनगणना (Cast Census) के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) का अपमान कर रहे हैं. इस पर पलटवार करते हुए जदयू के सांसद एवं वरिष्ठ नेता दिनेश चंद्र यादव (MP Dinesh Chandra Yadav) ने कहा कि दोनों की मुलाकात होगी और जातीय जनगणना को लेकर रास्ता भी निकलेगा.
दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि तेजस्वी के बयान को कोई सीरियसली नहीं लेता है. अभी उनमें मैच्योरिटी नहीं है. जो मन करता है सुर्खियों में बने रहने के लिए वह बोल देते हैं. साथ ही उन्होंने तेजस्वी से पूछा कि वे कितने बार जातीय जनगणना के मुद्दे पर पीएम से मिल चुके हैं? यह बताएं.
दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि हम लोगों को पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार जातीय जनगणना कराएगी. जदयू बहुत पहले से इसकी मांग कर रही है. इस मुद्दे पर हम लोग समझौता नहीं कर सकते. अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अलावा अन्य सभी कमजोर वर्ग की जातियों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले इसके लिए जाति जनगणना जरूरी है. उनका विकास हो, आर्थिक रूप से मजबूत हो यह बहुत जरूरी है.
इस दौरान दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जो मन में ठान लेते हैं वह कर के रहते हैं. जातीय जनगणना केंद्र सरकार नहीं कराएगी तो बिहार में नीतीश कुमार खुद कराएंगे. बस केंद्र सरकार के रुख का इंतजार किया जा रहा है.
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बता दें जेडीयू और आरजेडी जातीय जनगणना की जोर शोर से मांग कर रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ समय पहले पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था. वह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल लेकर पीएम मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर मिलना चाहते हैं. वहीं शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब तक पीएम मोदी ने नीतीश को मिलने का समय नहीं दिया है. यह नीतीश का अपमान है. जातीय जनगणना की मांग को लेकर तेजस्वी ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखा है. राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कहा है कि जब जीव जंतुओं की गणना हो सकती है तो बैकवर्ड क्लास की क्यों नहीं?