नरसिंहपुर। चाहे गीता वाचिए या पढ़िए कुरान तेरा मेरा प्यार ही हर पुस्तक का ज्ञान... निदा फाजली की यह चंद लाइनें नरसिंहपुर के करेली में चरितार्थ होती दिखाई दी. जहां करेली के फाजिल खान का आमगांव की रहने वाली सोनाली से प्रेम प्रसंग इस तरह परवान चढ़ा की पहले दोनों ने शादी के लिए आवेदन दिया. उसके बाद शुक्रवार को अपने परिचितों के साथ राममंदिर में जाकर सनातन हिंदू वैदिक रीति से विवाह किया. इस विवाह की सबसे खास बात यह है कि फाजिल ने विवाह के पूर्व मंदिर में वैदिक मंत्रों से जनेऊ धारण किया और रामचरित मानस हाथों में लेकर हिंदू धर्म अपनाया. (Narsinghpur Conversion Case)
फाजिल बना अमन: हिंदू धर्म अपनाकर युवक फाजिल से अमन राय बना फिर सनातन हिंदू धर्म के मुताबिक सात फेरे लेकर अपनी प्रेमिका सोनाली राय की मांग में सिंदूर सजाकर वैवाहिक सूत्र में बंधे. फाजिल के मुताबिक उसके पिता पहले हिंदू थे, लेकिन प्रेम-प्रसंग के चलते वह पूरण मेहरा से शेख अब्दुल बने, क्योंकि उन्होंने मुस्लिम समुदाय की युवती से विवाह किया था. (Fazil Becomes Aman in Narsinghpur)
पांच साल पहले मिले थे सोनाली और फाजिल: विवाहित सोनाली ने बताया कि फाजिल और उसकी मुलाकात 5 साल पहले हुई थी. मुलाकातों के बाद हम एक-दूसरे को पसंद करने लगे. सोनाली ने कहा कि मुझे मालूम था कि यह मुसलमान है, लेकिन वह भी हिंदू धर्म में शामिल होना चाहते हैं, इसी के चलते मैं फाजिल से शादी के लिए राजी हो गई. सोनाली ने बताया आज वह बहुत खुश है. उसने कहा कि आज मेरा प्यार मुझे मेरे धर्म के साथ अपना रहा है.
फाजिल ने जताई घर वापसी की इच्छा: सोनाली और फाजिल ने जैसे ही शादी का फैसला लिया तो उन्होंने कलेक्ट्रेट में विवाह के लिए आवेदन भी किया था. हिंदू संगठनों से भी संपर्क कर फाजिल ने हिंदू धर्म में घर वापसी की इच्छा जताई थी, तो विवाह के इस अवसर पर हिंदू संगठनों ने भी घर वापसी करते हुए दोनों का विवाह संपन्न कराया. हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ता मानते हैं कि यदि कोई स्वेक्षा से अपने पूर्व के धर्म में वापसी की इच्छा रखता है तो इसे घर वापसी माना जाता है. हिंदू संगठनों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि प्रेम की खातिर फाजिल ने अपनी घर वापसी की है. (Muslim Boy Convert in Hindu)
शोक सभा के आयोजन की हुई थी बात: बता दें विवाह अधिकारी के सूचना पटल पर एक नोटिस लगाया गया था. जिसमें विशेष अधिनियम को लेकर जानकारी दी हुई थी. इसमें दोनों ने शादी का आवेदन दिया था और अपनी मर्जी से शादी करने की बात कही थी. वहीं यह नोटिस सामने आने के बाद विवाह के गवाहों और लड़की को लेकर शोक सभा का आयोजन करने की बात कही गई थी. इसके बाद लड़के ने हिंदू धर्म अपनाने की इच्छा जाहिर की थी. हालांकि बाद में शोक सभा का आयोजन नहीं किया गया था.
जबलपुर में हिंदू युवती ने शादी कर अपनाया मुस्लिम धर्म: बता दें बीते दिनों जबलपुर जिले से भी ऐसी ही एक खबर सामने आई थी, लेकिन मामला इससे उल्टा था. यहां प्रेम प्रसंग में एक हिंदू युवती ने मुस्लिम लड़के से शादी कर धर्म परिवर्तन किया है. बेटी की इस कदम से नाराज परिजनों ने जीते जी अपनी बेटी का पिंडदान किया था.