नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी और अपना दल (एस) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने कहा कि राजनीतिक इतिहास साफ दिखाता है कि उत्तर प्रदेश में जिस पार्टी या गठबंधन को ओबीसी का समर्थन मिलता है, वहीं सत्ता में आता है.
देश के राजनीतिक रूप से सबसे अहम राज्य में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के फिर से सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त पटेल ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया जाए.
केंद्रीय मंत्री (MP Anupriya Patel) ने वरिष्ठ भाजपा नेता और गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जिस जातिगत समीकरण को आकार दिया, उसने राजग को एक के बाद एक तीन चुनावों में भारी जीत दिलाई.
उन्होंने कहा, 'अमित शाह ने सभी जातियों खासतौर से ओबीसी को उचित स्थान देकर जातियों का एक गुलदस्ता बनाकर उत्तर प्रदेश में बहुत खूबसूरती से काम किया.' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मतदाताओं के बीच राजग की 'अच्छी स्थिति' है. उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएंगे.
ओबीसी उम्मीदवारों को और टिकटें देने की पैरवी करते हुए पटेल ने कहा, 'अगर आप राजनीतिक दलों के चुनावी प्रदर्शन और उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का इतिहास देखे तो पाएंगे कि ओबीसी का जिस पार्टी और गठबंधन की ओर झुकाव होता है वह राज्य में सत्ता में आती है.'
पटेल (MP Anupriya Patel) ने कहा कि वह और उनकी पार्टी ओबीसी को अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने के पक्ष में रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा 'समाज के हाशिये पर पड़े वर्गों की ओर बहुत संवेदनशील' रहे हैं. उन्होंने कहा, 'अगर आप सच में सामाजिक न्याय चाहते हैं तो ओबीसी को अधिक प्रतिनिधित्व देना चाहिए खासतौर से उत्तर प्रदेश में, जहां उनकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा रहता है.'
मिर्जापुर से सांसद पटेल (MP Anupriya Patel) आगामी विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election 2022) में पिछड़े समुदाय का समर्थन हासिल करने को लेकर आशावान हैं और उन्होंने कहा कि राजग का समाज के इस वर्ग के बीच अच्छा तालमेल है, क्योंकि मोदी सरकार की योजनाएं गरीब समर्थक हैं और उनका मकसद हाशिये पर पड़े वर्गों की मदद करना है.
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को लेकर हमेशा संवेदनशील रहे हैं. यह दिखायी दिया जब उन्होंने नीट परीक्षा की अखिल भारतीय श्रेणी में ओबीसी कोटा दिया.
भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे पर अपना दल की नेता ने कहा कि वह अभी कोई संख्या नहीं बता सकती लेकिन दोनों दल एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और बातचीत चल रही है. कुर्मी ओबीसी जाति से आने वाली पटेल जाति आधारित जनगणना की पक्षधर रही हैं. भाजपा ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है.
विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर उत्तर प्रदेश में सभी बड़े राजनीतिक दल चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं और वे ओबीसी मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. राज्य की कुल आबादी के 40 प्रतिशत से अधिक लोग ओबीसी से आते हैं.
(पीटीआई-भाषा)