इरोड (तमिलनाडु) : तमिलनाडु के इरोड शहर स्थित एक प्राइवेट फर्टिलिटी क्लीनिक में एक नाबालिग लड़की को एक बार नहीं बल्कि आठ बार अंडाणु दान (एग डोनेशन) करने के लिए मजबूर किया गया. मासूम लड़की को ऐसा करने पर मजबूर करने वाले 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार चारों आरोपियों में 2 महिला शामिल हैं, लेकिन इनमें से एक महिला, उस लड़की की मां है.
पुलिस के अनुसार गुरुवार को लड़की के कुछ करीबी रिश्तेदारों की शिकायत के आधार पर उसकी मां इंदिरानी, महिला के प्रेमी सैयद अली और एक अन्य महिला मालती को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कहा कि अपने पति को छोड़कर इंदिरानी अपनी बेटी के साथ सैयद अली के साथ रह रही थी. वहीं सैयद अली एजेंट मालती की मदद से एक आदतन डिंब विक्रेता है. उन्होंने कहा कि सैयद अली ने पिछले तीन से चार वर्षों में लड़की के साथ कई बार मारपीट की और उसे एक प्राइवेट फर्टिलिटी क्लीनिक में अंडे बेचने के लिए मजबूर किया.
वहीं अपनी मां की प्रताड़ना से तंग आकर नाबालिग मई में लड़की भाग कर अपने रिश्तेदार के घर सेलम गई और उन्हें आपबीती सुनाई. पुलिस ने मुताबिक इस बीच लड़की की मां और दो अन्य सेलम आए और लड़की को धमकाकर उसे वापस इरोड ले गए. इस बीच परिजनों ने गुरुवार को इरोड साउथ पुलिस स्टेशन में इंदिरानी और दो अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और उसी दिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. मामले में पुलिस ने चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है, उसका नाम जॉन बताया गया है.
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पुलिस ने चारों लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के साथ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. जांच के क्रम में पुलिस ने इरोड और पेरुंदुरई में दो निजी अस्पतालों को जरूरी अस्पताल रिकॉर्ड के साथ 5 जून पेश होने के लिए बुलाया है. जांच टीम रविवार को चेन्नई से इरोड भी पहुंचेगी.