नई दिल्ली : मादक द्रव्यों के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर बोलते हुए MoS रतन लाल कटारिया ने कहा कि कुल 6 करोड़ लोग नशे के व्यवसाय और लत में शामिल हैं. लेकिन अगर हम इसमें शराब और अफीम का सेवन करने वाले लोगों को शामिल करते हैं. हैश और भांग को भी जोड़ते हैं तो यह संख्या 20 करोड़ से अधिक पार कर जाती है.
रतन लाल कटारिया ने कहा कि पिछले साल 15 अगस्त को हमने 272 जिलों में नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA) शुरू किया था. 10 महीने के भीतर हमने 35 लाख युवाओं, 6000 शिक्षण संस्थानों और 25 लाख महिलाओं को कार्यक्रम के तहत शामिल किया था. उन्होंने कहा कि 272 संवेदनशील जिलों में से जिन्हें एनएमबीए के तहत चुना गया था, हमने 100 जिलों को नशा मुक्त बनाने का फैसला किया है.
सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि एनएमबीए के तहत चुने गए 18 जिलों में पंजाब ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. कटारिया ने कहा कि अभियान के शुरू होने के बाद से पिछले 10 महीनों में एनएमबीए 70,000 युवाओं, 10000 महिलाओं और 500 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों सहित 92,000 लोगों तक पहुंच गया है.
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रतन लाल कटारिया ने कहा कि पंजाब में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की एनएपीडीडीआर (नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन) योजना के तहत सहायता अनुदान प्राप्त करने वाले 26 स्वैच्छिक संगठन और पिछले तीन वर्षों के दौरान योजना के तहत 10,241 लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं.