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Chardham Yatra: अब तक 160 यात्रियों की मौत, साढ़े 19 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने टेका मत्था - साढ़े 19 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने टेका मत्था

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. अभी तक 19 लाख 55 हजार 074 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ धाम की यात्रा ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पहली बार केदारनाथ धाम में एक महीने में 6 लाख से ज्यादा तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं.

Chardham Yatra
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा
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Published : Jun 12, 2022, 8:55 PM IST

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 19 लाख 55 हजार 074 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु बदरीनाथ धाम में पहुंचे हैं. जहां अभी तक 6 लाख 79 हजार 482 तीर्थयात्री बदरी विशाल का आशीर्वाद ले चुके हैं. वहीं, चारधामों में अबतक 160 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 6 लाख 53 हजार 6 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. तो वहीं, आज शाम (12 जून) चार बजे तक 15,525 तीर्थ यात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 6 लाख 79 हजार 482 यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. रविवार को शाम 4 बजे तक 15,986 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 13,32,488 पहुंच गई है. वहीं, बदरीनाथ में 36 जबकि केदारनाथ में 75 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.

Chardham Yatra
अब तक 160 यात्रियों की मौत.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से आज तक 3,55,830 और यमुनोत्री धाम में 2,66,756 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज रविवार की बात करें तो गंगोत्री में 6,335 और यमुनोत्री में 5,660 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका है. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 6 लाख 22 हजार 586 पहुंच गई है. उधर, बीते 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले थे. अभी तक 63,122 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, गंगोत्री धाम में 12 और यमुनोत्री में 37 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.

केदारनाथ में अबतक 75 यात्रियों की मौत: बता दें कि 6 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा को अभी 38 दिन हुए हैं, लेकिन इस दौरान 75 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जो उत्तराखंड राज्य बनने के बाद एक यात्राकाल में सबसे अधिक है. 2012 में पूरे यात्राकाल में 72 यात्रियों की मौत हुई थी. बीते एक दशक में यह पहला मौका है, जब यात्रा में प्रत्येक दिन किसी न किसी यात्री की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो रही है. रविवार को 62 वर्षीय राजकुमारी देवी निवासी प्रतापगढ़, उत्तरप्रदेश की अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई.

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा अभी तक महाराष्ट्र के 18, मध्य प्रदेश के 13 और गुजरात के 12 श्रद्धालुओं की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई है. साथ ही केदारनाथ में अभी तक सबसे अधिक 31 यात्रियों ने दम तोड़ा है, जबकि एक तीर्थयात्री की सोनप्रयाग में पहाड़ी से गिरने से मौत हुई है.

वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बीके शुक्ला ने कहा रविवार को कुल 1,767 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया. 100 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया. इसके साथ ही अब तक ओपीडी के माध्यम से 72,636 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा चुका है. 3,425 यात्रियों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है.

पढ़ें- टिहरी के कागुड़ा पहुंचे CM धामी, नागराजा डोली यात्रा में हुए शामिल

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 19 लाख 55 हजार 074 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु बदरीनाथ धाम में पहुंचे हैं. जहां अभी तक 6 लाख 79 हजार 482 तीर्थयात्री बदरी विशाल का आशीर्वाद ले चुके हैं. वहीं, चारधामों में अबतक 160 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 6 लाख 53 हजार 6 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. तो वहीं, आज शाम (12 जून) चार बजे तक 15,525 तीर्थ यात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 6 लाख 79 हजार 482 यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. रविवार को शाम 4 बजे तक 15,986 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 13,32,488 पहुंच गई है. वहीं, बदरीनाथ में 36 जबकि केदारनाथ में 75 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.

Chardham Yatra
अब तक 160 यात्रियों की मौत.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से आज तक 3,55,830 और यमुनोत्री धाम में 2,66,756 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज रविवार की बात करें तो गंगोत्री में 6,335 और यमुनोत्री में 5,660 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका है. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 6 लाख 22 हजार 586 पहुंच गई है. उधर, बीते 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले थे. अभी तक 63,122 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, गंगोत्री धाम में 12 और यमुनोत्री में 37 श्रद्धालुओं की मौत हुई है.

केदारनाथ में अबतक 75 यात्रियों की मौत: बता दें कि 6 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा को अभी 38 दिन हुए हैं, लेकिन इस दौरान 75 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जो उत्तराखंड राज्य बनने के बाद एक यात्राकाल में सबसे अधिक है. 2012 में पूरे यात्राकाल में 72 यात्रियों की मौत हुई थी. बीते एक दशक में यह पहला मौका है, जब यात्रा में प्रत्येक दिन किसी न किसी यात्री की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो रही है. रविवार को 62 वर्षीय राजकुमारी देवी निवासी प्रतापगढ़, उत्तरप्रदेश की अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई.

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा अभी तक महाराष्ट्र के 18, मध्य प्रदेश के 13 और गुजरात के 12 श्रद्धालुओं की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई है. साथ ही केदारनाथ में अभी तक सबसे अधिक 31 यात्रियों ने दम तोड़ा है, जबकि एक तीर्थयात्री की सोनप्रयाग में पहाड़ी से गिरने से मौत हुई है.

वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बीके शुक्ला ने कहा रविवार को कुल 1,767 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया. 100 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया. इसके साथ ही अब तक ओपीडी के माध्यम से 72,636 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा चुका है. 3,425 यात्रियों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है.

पढ़ें- टिहरी के कागुड़ा पहुंचे CM धामी, नागराजा डोली यात्रा में हुए शामिल

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

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