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Chardham Yatra: 12 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने टेका मत्था, अब तक 112 यात्रियों की मौत

केदारनाथ धाम में अभी तक 51 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. आज की बात करें तो गुजरात और राजस्थान के दो तीर्थयात्रियों ने दम तोड़ा है. इसके अलावा चारधाम में तीर्थयात्रियों की संख्या 12 लाख 76 हजार पार हो गया है. हेमकुंड साहिब की बात करें तो अभी तक 16,095 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं.

Chardham Yatra
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Published : May 30, 2022, 8:41 PM IST

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 12 लाख 76 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 4 लाख 28 हजार (4,28,526) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 12 लाख 76 हजार 491 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.

Chardham Yatra
अब तक 112 यात्रियों की मौत

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 4,17,768 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 19,835 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 4,28,526 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 20,493 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 8,46,294 पहुंच गई है.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से आज तक 2,46,641 और यमुनोत्री धाम में 1,83,556 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज की बात करें तो गंगोत्री में 8,299 और यमुनोत्री में 6,424 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 4,30,197 पहुंच गई है.

हेमकुंड साहिब में यात्रियों की संख्या: बता दें कि बीती 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले थे. अभी तक 16,095 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, इस बार एक दिन में 5 हजार श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने की अनुमति दी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा में बदइंतजामी, उम्मीद छोड़ बिना दर्शन के ही वापस लौट रहे श्रद्धालु

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 112 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims death in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 29 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 51 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 23 यात्रियों ने जान गंवाई है. केदारनाथ यात्रा में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. केदारनाथ में दो और तीर्थयात्रियों की मौत हुई है. ऐसे में अभी तक केदारनाथ में 51 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.

उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर उनका उपचार किया जा रहा है. यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक डाॅक्टरों की तैनाती की गई है. अभी तक ओपीडी के माध्यम से 47,424 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया चुका है. जबकि, 1437 यात्रियों को अब तक ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः 'न इंसान सुरक्षित न जानवर', अब तक 96 लोगों की मौत, 70 खच्चरों ने भी गंवाई जान

तीर्थ यात्रियों को अपनी दवाईयों के साथ धाम पहुंचना चाहिए. इसके अलावा जो तीर्थयात्री केदारनाथ पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं. तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं करना है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाईयां, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था के साथ आना चाहिए.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः कचरे का ढेर बनता जा रहा चारधाम, सॉलिड वेस्ट के असर से 'हिला' हिमालय

डीजीपी अशोक कुमार ने केदारनाथ यात्रा पड़ावों का लिया जायजाः पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने केदारनाथ, गौरीकुंड और सोनप्रयाग का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने यात्रा में बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया. उन्होंने तीर्थयात्रियों से संवाद भी किया और यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया. डीजीपी ने धाम में नियुक्त कार्मिकों की समस्याएं भी पूछी.

विषम परिस्थितियों में ड्यूटी कर रहे सभी जवानों का हौसला भी बढ़ाया. इसके अलावा धाम में नियुक्त पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के साथ मधुर एवं सौम्य व्यवहार रखें. यहां पर आने वाला हर श्रद्धालु अतिथि के समान है. हमें अतिथि देवो भवः की भावना के साथ यात्रियों की सुरक्षा एवं सहयोग करना है.

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. बीती 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 12 लाख 76 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 4 लाख 28 हजार (4,28,526) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra in Uttarakhand) चरम पर है. यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर केदारनाथ धाम में तो भीड़ इस कदर है कि दर्शनों के लिए लंबी लाइन लग रही है. आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक 12 लाख 76 हजार 491 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.

Chardham Yatra
अब तक 112 यात्रियों की मौत

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्याः केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 4,17,768 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक 19,835 बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं. उधर, बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 4,28,526 यात्री बदरी विशाल के आशीर्वाद ले चुके हैं. आज की बात करें शाम 4 बजे तक 20,493 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 8,46,294 पहुंच गई है.

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से आज तक 2,46,641 और यमुनोत्री धाम में 1,83,556 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज की बात करें तो गंगोत्री में 8,299 और यमुनोत्री में 6,424 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 4,30,197 पहुंच गई है.

हेमकुंड साहिब में यात्रियों की संख्या: बता दें कि बीती 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले थे. अभी तक 16,095 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं. वहीं, इस बार एक दिन में 5 हजार श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने की अनुमति दी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा में बदइंतजामी, उम्मीद छोड़ बिना दर्शन के ही वापस लौट रहे श्रद्धालु

चारधाम में मौत का आंकड़ाः बता दें कि चारधाम यात्रा में अभी तक 112 श्रद्धालुओं की मौत (Pilgrims death in Chardham) हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 29 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. गंगोत्री धाम में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 51 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 23 यात्रियों ने जान गंवाई है. केदारनाथ यात्रा में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. केदारनाथ में दो और तीर्थयात्रियों की मौत हुई है. ऐसे में अभी तक केदारनाथ में 51 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.

उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर उनका उपचार किया जा रहा है. यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक डाॅक्टरों की तैनाती की गई है. अभी तक ओपीडी के माध्यम से 47,424 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया चुका है. जबकि, 1437 यात्रियों को अब तक ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानीः केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः 'न इंसान सुरक्षित न जानवर', अब तक 96 लोगों की मौत, 70 खच्चरों ने भी गंवाई जान

तीर्थ यात्रियों को अपनी दवाईयों के साथ धाम पहुंचना चाहिए. इसके अलावा जो तीर्थयात्री केदारनाथ पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं. तीर्थ यात्रियों को ऐसा नहीं करना है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाईयां, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था के साथ आना चाहिए.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः कचरे का ढेर बनता जा रहा चारधाम, सॉलिड वेस्ट के असर से 'हिला' हिमालय

डीजीपी अशोक कुमार ने केदारनाथ यात्रा पड़ावों का लिया जायजाः पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने केदारनाथ, गौरीकुंड और सोनप्रयाग का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने यात्रा में बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया. उन्होंने तीर्थयात्रियों से संवाद भी किया और यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया. डीजीपी ने धाम में नियुक्त कार्मिकों की समस्याएं भी पूछी.

विषम परिस्थितियों में ड्यूटी कर रहे सभी जवानों का हौसला भी बढ़ाया. इसके अलावा धाम में नियुक्त पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के साथ मधुर एवं सौम्य व्यवहार रखें. यहां पर आने वाला हर श्रद्धालु अतिथि के समान है. हमें अतिथि देवो भवः की भावना के साथ यात्रियों की सुरक्षा एवं सहयोग करना है.

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