नई दिल्ली : एयर बबल समझौते (Air Bubble Pact) के तहत 5 अक्टूबर से भारत और रूस के बीच अधिक उड़ाने संचालित होंगी. रूस और दिल्ली के बीच अब हर हफ्ते चार फ्लाइटें संचालित होंगी. बता दें कि इससे पहले रूस और दिल्ली के बीच दो फ्लाइटें संचालित होती थी.
रूसी एंटी-कोविड -19 क्राइसिस सेंटर की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है. रूस दूतावास ने कहा कि ये फ्लाइटें मास्को / सेंट पीटर्सबर्ग से गोवा, सेंट पीटर्सबर्ग से नई दिल्ली, मास्को से नई दिल्ली संचालित होंगी.
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, मॉस्को से गोवा, सेंट पीटर्सबर्गसे गोवा और सेंट पीटर्सबर्ग से दिल्ली रूटों पर सरकार ने प्रति सप्ताह एक उड़ान संचालित करने का फैसला किया है. इसके अलावा हर हफ्ते मॉस्को से दिल्ली रूट पर चार फ्लाइटें संचालित होंगी.
रूसी एयरलाइंस एअरोफ़्लोत और एयर इंडिया दोनों देशों के बीच उड़ानें संचालित करेंगी. एयरलाइन के एक कार्यकारी ने कहा कि कोरोना मामले में गिरावट के बाद हम छात्रों की आवाजाही (Student Movement) में वृद्धि देख रहे हैं और हमें आने वाले समय में अच्छे हवाई यातायात की उम्मीद है.
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कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च 2020 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चलने वाली अनुसूचित उड़ानों को निलंबित कर दिया था, लेकिन मई के बाद से वंदे भारत मिशन के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया जा रहा है. इसके अलावा जुलाई से चुनींदा देशों के बीच द्विपक्षीय 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत कुछ उड़ाने चल रही है.
बता दें कि रूस उन 28 देशों में से एक है, जिसका भारत के साथ 'एयर बबल' समझौता हुआ है.