नूंह: अमित वर्मा प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट नूंह की अदालत ने बजरंग दल के नेता मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस को प्रोडक्शन वारंट पर सौंप दिया है. मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की खबर सुनने के बाद ही नूंह कोर्ट में राजस्थान पुलिस भी पहुंच गई थी. पुलिस ने अदालत से मोनू मानेसर को प्रोडक्शन वारंट मांगी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. मोनू मानेसर नासिर-जुनैद जघन्य हत्याकांड में आरोपी है. पिछले 6 महीने से राजस्थान की भरतपुर पुलिस उसे तलाश कर रही थी.
पिस्टल और कारतूस बरामद- गिरफ्तारी के बाद मोनू मानेसर के पास से 45 बोर की पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गये हैं. बजरंग दल नेता और हरियाणा काऊ टास्क फोर्स के सदस्य मोनू मानेसर जेल भेज दिया गया था. नूंह पुलिस ने आज मोनू मानेसर को आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उसे नूंह जिला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. मोनू मानेसर के ऊपर नूंह हिंसा के मामले में सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने का आरोप है. पुलिस ने उसे आईटी एक्ट के तहत अरेस्ट किया है.
राजस्थान पुलिस भी पहुंची नूंह कोर्ट- नूंह जिला कोर्ट में पेशी के लिए जैसे ही हरियाणा पुलिस पहुंची तो उसी समय राजस्थान पुलिस की गाड़ी भी कोर्ट परिसर नूंह में दाखिल हो गई. मोनू मानेसर राजस्थान के दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या का प्रमुख आरोपी है. नासिर और जुनैद इसी साल फरवरी में हरियाणा के भिवानी जिले में एक बेलेरो में जिंदा जले हुए मिले थे. दोनों के घरवालों ने इस मामले में मोनू मानेसर को जिम्मेदार ठहराया था. परिजनों ने आरोप लगाया कि कथित गौ तस्करी के आरोप में नासिर और जुनैद को 15 फरवरी को अपहरण करके ले गये थे. अगले दिन 16 फरवरी को दोनों बोलेरो के अंदर जले हुए मिले थे. इसी मामले में राजस्थान पुलिस ने मोनू का प्रोडक्शन वारंट हासिल किया है.
आज मोनू मानेसर को कोर्ट में पेश किया गया. उसके ऊपर धारा 153, 295 और आर्म ऐक्ट में उसे पेश किया गया. लगभग डेढ़ महीने बाद मुकदमा नंबर 37 आज दर्ज किया गया है. मोनू मानेसर का जो बयान आया था उसमें किसी की धार्मिक भावना को ठेस या हिंसा भड़काने वाला नहीं था. सोमदत्त शर्मा, मोनू मानेसर के वकील
भारी सुरक्षा के बीच हुई कोर्ट में पेशी- हरियाणा पुलिस ने नूंह हिंसा से पहले सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में मोनू मानेसर को आज गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार करने के बाद उसे नूंह जिला कोर्ट में पेश किया गया. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मोनू मानेसर को कोर्ट लाया गया, तकरीबन आधा दर्जन गाड़ियों के काफिले के साथ अत्याधुनिक हथियारों से लैस पुलिस के जवान उसे लेकर नूंह कोर्ट परिसर पहुंचे.
नासिर जुनैद हत्याकांड में आरोपी- नासिर और जुनैद हत्याकांड के बाद से ही राजस्थान की भरतपुर पुलिस मोनू मानेसर को तलाश रही थी लेकिन वो अंडरग्राउंड था और पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था. इस मामले पर हरियाणा और राजस्थान के बीच सियासी बयानबाजी भी जारी थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हरियाणा पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया था जबकि हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हम पूरी तरह से मदद के लिए तैयार है, राजस्थान पुलिस आये और उसे गिरफ्तार करे.
हिंसा से पहले पोस्ट किया था वीडियो- 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा में भी मोनू मानेसर का नाम सामने आया. मोनू मानेसर ने हिंसा से पहले 28 जुलाई को एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इस वीडियो में वो अपने सभी कार्यकर्ताओं को ब्रज मंडल यात्रा में शामिल होने के लिए कह रहा है. साथ ही उसने ये भी कहा कि वो खुद भी इस यात्रा में शामिल होगा. ये चर्चा भी थी कि ब्रज मंडल यात्रा में मोनू मानेसर के शामिल होने की बात को लेकर ही हिंसा हुई थी. हलांकि हरियाणा पुलिस ने ये साफ कहा कि शोभा यात्रा में मोनू मानेसर शामिल नहीं था.