नई दिल्ली : लोकसभा में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद में वापसी पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा, "संसद में 'मनोरंजन' वापस आ गया है." संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान सांसद निशिकांत दुबे ने ये बात कही. जब एक पत्रकार ने निशिकांत दुबे से सवाल किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद के बाहर रहकर कहा है कि सदन में कहने को उनके पास बहुत कुछ है, इस पर निशिकांत दुबे ने कहा, "मनोरंजन वापस आ गया है. आप और हम इस मनोरंजन का मजा लिजिये."
इधर, लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद सोमवार को राहुल गांधी संसद पहुंचे, जहां कांग्रेस और उसके कुछ अन्य सहयोगी दलों के सांसदों ने उनका स्वागत किया और उनके समर्थन में नारेबाजी की. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में पार्टी के उप नेता प्रमोद तिवारी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के एनके प्रेमचंद्रन और कई अन्य विपक्षी सांसदों ने संसद भवन के प्रवेश द्वार पर राहुल गांधी का स्वागत किया. विपक्षी सांसदों ने ‘राहुल गांधी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’ और ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगाए.
बता दें कि ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर उच्चतम न्यायालय द्वारा शुक्रवार चार अगस्त को रोक लगाए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की लोकसभा सदस्यता सोमवार को बहाल कर दी गई. इस संबंध में लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी की है. उच्चतम न्यायालय ने गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल करने का मार्ग प्रशस्त करते हुए, मोदी उपनाम को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में 2019 में उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में उनकी दोषसिद्धि पर, शुक्रवार चार अगस्त को रोक लगा दी थी. न्यायमूर्ति बी आर गवई, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने चार अगस्त को फैसला सुनाते हुए कहा था कि निचली अदालत के न्यायाधीश ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते समय कोई कारण नहीं बताया, सिवाय इसके कि उन्हें अवमानना मामले में शीर्ष अदालत ने चेतावनी दी थी.
चाइनीज फंडिंग को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना: सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे शुरू हुई तो भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर 'चीन के साथ मिलकर देश के खिलाफ माहौल बनाने का आरोप लगाया.' उन्होंने दावा किया कि न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की एक खबर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों के हवाले से खुलासा किया गया है कि न्यूजक्लिक नामक पोर्टल को भारत के खिलाफ माहौल बनाने के लिए चीन से किस तरह पैसे मिले और वह धन किस तरह नक्सलियों और अन्य लोगों को पहुंचाया गया. दुबे ने आरोप लगाया कि न्यूजक्लिक का प्रमुख 'देशद्रोही टुकड़े-टुकड़े गिरोह का' एक सदस्य है. झारखंड के गोड्डा से सांसद दुबे ने आरोप लगाया, "जब भारत पर संकट आया......2005 से लेकर 2014 तक.... चीन सरकार ने कांग्रेस को पैसा दिया. जिसका एफसीआरए लाइसेंस भारत सरकार ने निरस्त किया."
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भाजपा सांसद ने आरोप लगाया, "2008 में जब ओलंपिक (चीन में) हुआ तब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आमंत्रित किया गया था और 2017 में डोकलाम के समय ये (कांग्रेस नेता) चीनी लोगों के साथ बात कर रहे थे." उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की ‘हिंदी चीनी भाई-भाई’ की नीति को बढ़ाना चाहते हैं और देश का विभाजन करना चाहते हैं. दुबे ने आरोप लगाया, "कांग्रेस चीन के साथ मिलकर देश को तहस-नहस करना चाहती है." उन्होंने दोनों पक्षों के सदस्यों के शोर-शराबे के बीच कहा कि कांग्रेस को चीन से जितना अनुदान मिला है, सरकार को उसकी जांच करानी चाहिए और कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिहाज से अवैध घोषित कर देना चाहिए. शोर-शराबा बढ़ने पर पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने बैठक कुछ ही मिनट के भीतर दो बजे तक स्थगित कर दी.
(अतिरिक्त इनपुट-भाषा)