मिजोरम रेल दुर्घटना : मिजोरम में कुरुंग नदी पर निर्माणाधीन रेलवे पुल के ढहने की घटना गैन्ट्री (एक प्रकार की क्रेन) के गिरने के कारण हुई थी. रेलवे ने बुधवार को यह जानकारी दी. मिजोरम के सैरांग इलाके के पास एक निर्माणाधीन रेलवे पुल के ढह जाने के कारण बुधवार को कम से कम 17 मजदूरों की मौत हो गई. रेलवे ने निर्माणाधीन पुल से जुड़ी घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। यह पुल भैरवी-सैरांग नयी रेलवे लाइन परियोजना के 130 पुलों में से एक है.
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि जो गैन्ट्री गिरी है, उसे एसटीयूपी कंसल्टेंट नामक कंपनी ने डिजाइन किया था और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)- गुवाहाटी ने इसकी दृढ़ता जांच की थी. रेलवे के प्रवक्ता ने कहा, "इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है." गैन्ट्री इस्पात की भारी संरचनाएं होती हैं, जिनका इस्तेमाल पुल खंडों या गर्डरों को उठाने और उनको आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है.
रेलवे के प्रवक्ता ने कहा, "पुल नहीं टूटा है. यह एक गैन्ट्री थी,जो निर्माणाधीन पुल पर उतारते समय गिर गई." मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने इस घटना को पुल ढहना बताया है जबकि रेलवे ने दावा किया है कि पुल का जो हिस्सा पहले ही बन चुका है वह अब भी बरकरार है. बैराबी-सैरांग लाइन भारतीय रेलवे के पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत बैराबी से सैरांग तक 51 किलोमीटर लंबी है. इस रेल लाइन में 130 पुल, 23 सुरंगें और चार स्टेशन - हॉर्टोकी, कावनपुई, मुआलखांग और सैरांग शामिल हैं.
गौरतलब है कि आज रेलवे पुल गिरने से यह हादसा हुआ था. जिसमें रेलवे ने इसकी विस्तार से जानकारी दी है. और प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनो को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50-50 हजार रुपये राशि दिए जाने की घोषणा की है.
(पीटीआई-भाषा)