आगराः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रणनीतिकार 'मिशन-2024' को लेकर यूपी में 'मिशन-80' लक्ष्य तय करके तैयारी में जुटे हैं. यूपी में भाजपा के 'मिशन-80' के लिए 'मिशन भाईजान' भी चल रहा है जिसमें यूपी के हर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा को पांच हजार से ज्यादा मुस्लिम मतदाताओं से जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है. पश्चिमी यूपी और आसपास की 25 से 30 ऐसी लोकसभा सीट पर पूरा फोकस है. 'मिशन-80' को लेकर इन सभी लोकसभा क्षेत्र में 'मोदी मित्र बनाओ' अभियान और 'सूफी सम्मेलन' अभियान से मुस्लिम मतदाता से भाजपा दोस्ती बढ़ा रही है क्योंकि, इन लोकसभा सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक की भूमिका में रहते हैं.
बता दें कि देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होना है. इसको लेकर अभी से भाजपा और उसके सहयोगी दल मैदान में उतर गए हैं. इधर, कांग्रेस और अन्य दलों ने भाजपा को रोकने के लिए इंडिया नाम से नया गठबंधन बनाया है जिससे देश की राजनीति में हलचल मच गई है. भाजपा और विपक्षी दल की ओर से मतदाताओं को जोड़ने के लिए अलग अलग अभियान शुरु किए गए हैं जिससे चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके.
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने बताया कि यूपी में भाजपा से जोड़ने के लिए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इनके जरिये मुसलमानों को पार्टी से जोड़ा जा रहा है. इस अभियान में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं लोगों को गिनाईं जा रही हैं जिनसे मुस्लिम समाज का कितना भला हुआ है. यूपी के नगर निकाय चुनाव में भाजपा के कितने मुस्लिम प्रत्याशी नगर पंचायत अध्यक्ष, पार्षद और सभासद बने हैं, यह भी बताया जा रहा है. भाजपा 'मिशन भाईजान' से मुसलमानों के दिल में उतने का काम कर रही है.
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने बताया कि पीएम मोदी के नौ साल और सीएम योगी के छह साल में सरकार की जो भी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाईं गई हैं. चाहे पीएम आवास योजना हो, चाहे फ्री राशन की योजना हो या चाहे उज्जवला योजना में फ्री गैस कनेक्शन की बात हो इसमें सभी जाति और समाज की भागीदारी रही है. इन जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी ले रहे हैं. इसमें कोई भी पक्षपात नहीं किया जा रहा है. यही लोगों को समझाया जा रहा है. केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास लेकर काम कर रही है.
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने बताया कि पश्चिमी उप्र और आसपास की 25 लोकसभा सीट ऐसी हैं जहां पर 30 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं, जो निर्णायक की भूमिका में रहते हैं. इन सभी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से मोदी मित्र बनाओ अभियान चलाया जा रहा है. सरकार की जनकल्याणकारी योजना से छूटे लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. इस बारे में लगातार कार्यक्रम हुए हैं. इन कार्यक्रम का टारगेट सीधा यह है कि पीएम मोदी को दोबारा 2024 में भारी बहुमत से पीएम बनना है इसको लेकर ही प्रदेश में अल्पसंख्यक मोर्चा काम कर रहा है.
ये भी पढ़ेंः राहुल गांधी के बाद भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया को सजा से मिली राहत, सांसदी पर खतरा टला
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के 'मिशन 80' की पतवार बनेगा 'मिशन भाईजान' - Lok Sabha elections 2024
आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के 'मिशन 80' की पतवार 'मिशन भाईजान' बनेगा. चलिए जानते हैं इस बारे में.
आगराः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रणनीतिकार 'मिशन-2024' को लेकर यूपी में 'मिशन-80' लक्ष्य तय करके तैयारी में जुटे हैं. यूपी में भाजपा के 'मिशन-80' के लिए 'मिशन भाईजान' भी चल रहा है जिसमें यूपी के हर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा को पांच हजार से ज्यादा मुस्लिम मतदाताओं से जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है. पश्चिमी यूपी और आसपास की 25 से 30 ऐसी लोकसभा सीट पर पूरा फोकस है. 'मिशन-80' को लेकर इन सभी लोकसभा क्षेत्र में 'मोदी मित्र बनाओ' अभियान और 'सूफी सम्मेलन' अभियान से मुस्लिम मतदाता से भाजपा दोस्ती बढ़ा रही है क्योंकि, इन लोकसभा सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक की भूमिका में रहते हैं.
बता दें कि देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होना है. इसको लेकर अभी से भाजपा और उसके सहयोगी दल मैदान में उतर गए हैं. इधर, कांग्रेस और अन्य दलों ने भाजपा को रोकने के लिए इंडिया नाम से नया गठबंधन बनाया है जिससे देश की राजनीति में हलचल मच गई है. भाजपा और विपक्षी दल की ओर से मतदाताओं को जोड़ने के लिए अलग अलग अभियान शुरु किए गए हैं जिससे चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके.
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने बताया कि यूपी में भाजपा से जोड़ने के लिए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इनके जरिये मुसलमानों को पार्टी से जोड़ा जा रहा है. इस अभियान में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं लोगों को गिनाईं जा रही हैं जिनसे मुस्लिम समाज का कितना भला हुआ है. यूपी के नगर निकाय चुनाव में भाजपा के कितने मुस्लिम प्रत्याशी नगर पंचायत अध्यक्ष, पार्षद और सभासद बने हैं, यह भी बताया जा रहा है. भाजपा 'मिशन भाईजान' से मुसलमानों के दिल में उतने का काम कर रही है.
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने बताया कि पीएम मोदी के नौ साल और सीएम योगी के छह साल में सरकार की जो भी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाईं गई हैं. चाहे पीएम आवास योजना हो, चाहे फ्री राशन की योजना हो या चाहे उज्जवला योजना में फ्री गैस कनेक्शन की बात हो इसमें सभी जाति और समाज की भागीदारी रही है. इन जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी ले रहे हैं. इसमें कोई भी पक्षपात नहीं किया जा रहा है. यही लोगों को समझाया जा रहा है. केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास लेकर काम कर रही है.
यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने बताया कि पश्चिमी उप्र और आसपास की 25 लोकसभा सीट ऐसी हैं जहां पर 30 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं, जो निर्णायक की भूमिका में रहते हैं. इन सभी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से मोदी मित्र बनाओ अभियान चलाया जा रहा है. सरकार की जनकल्याणकारी योजना से छूटे लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. इस बारे में लगातार कार्यक्रम हुए हैं. इन कार्यक्रम का टारगेट सीधा यह है कि पीएम मोदी को दोबारा 2024 में भारी बहुमत से पीएम बनना है इसको लेकर ही प्रदेश में अल्पसंख्यक मोर्चा काम कर रहा है.
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