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मिस्बाह प्रकरण : 10वीं की छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी गिरफ्तार - 10वीं की छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाया

आंध्र प्रदेश पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है, जिस व्यक्ति पर कथित तौर पर एक नेता की बेटी को टॉपर बनाने के चक्कर में किसी और लड़की का नाम स्कूल से हटाने का आरोप है. जिस लड़की का नाम स्कूल से काटा गया, उसने आत्महत्या कर ली थी.

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घटना की जानकारी देती पुलिस, मिस्बाह प्रकरण, आंध्र प्रदेश
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Published : Mar 27, 2022, 1:21 PM IST

अमरावती : राज्य की पुलिस ने रमेश बाबू नाम के उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर एक लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है. आरोप है कि उसने एक स्थानीय नेता की बेटी को टॉपर बनाने के लिए इस लड़की का स्कूल से नाम काट दिया था. उससे अधिक फीस वसूले थे. पुलिस ने कहा कि आरोपी को रामेश्वरम से गिरफ्तार किया गया है.

पूरा मामला आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के पालमनेर विधानसभा क्षेत्र के गंगावरम का है. (Gangavaram in Palamaner Assembly Constituency in Chittoor District of Andhra Pradesh). यहां पर दसवीं कक्षा की टॉपर छात्रा मिस्बाह फातिमा (Misbah Fathima Class X topper commits suicide) ने सोमवार को आत्महत्या कर ली थी.

छात्रा के परिजनों का आरोप है कि किसी और को टॉपर बनाने के लिए उसे मैनेजमेंट ने स्कूल से निकाल दिया था. घटना से उपजे विरोध के बाद चित्तूर जिले के डीईओ शेखर ने पालमनेरु के शिक्षक रमेश को निलंबित कर दिया. रमेश की देखरेख में ही वह निजी स्कूल भी चल रहा था, जिसमें मिस्बाह फातिमा पढ़ती थी. वह दसवीं क्लास की टॉपर थीं.

बता दें कि मिस्बाह के पिता सोडा गाड़ी चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. उन्होंने चित्तूर जिले के पालमनेरु में संचालित एक निजी स्कूल में मिस्बाह का दाखिला कराया था. मिस्बाह के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रिंसिपल रमेश द्वारा उसके साथ बुरा व्यवहार किया गया, जो गंगावरम में जिला परिषद हाई स्कूल में एक स्कूल सहायक के रूप में भी काम करता है. मिस्बाह को बिना गलती के ट्रांसफर सर्टिफिकेट देकर स्कूल छोड़ने को कहा गया. मिस्बाह फातिमा द्वारा छोड़े गए चार पन्नों के सुसाइड नोट ने पूरी मानवता को झकझोर कर रख दिया.

अपने चार पन्नों के सुसाइड नोट में मिस्बाह फातिमा ने लिखा कि अपनी कक्षा का टॉपर होना उसके लिए अभिशाप बन गया था. उसी कक्षा की एक अन्य छात्रा के पिता ने स्कूल प्रबंधन पर अपनी बेटी को टॉपर बनाने का दबाव डाला. सुसाइड नोट में मिस्बाह फातिमा ने अपने पिता को अपने जीवन का हीरो बताया और उसने आत्मघाती कदम उठाने के लिए माफी मांगी.

घटना के थोड़े दिन बाद जब मिस्बाह का चार पन्नों का सुसाइड नोट (suicide note) सामने आया तब उसके माता-पिता ने गुरुवार को पालमनेर डीएसपी के कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया. मिस्बाह फातिमा की बहन हसीना ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस भी स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाने वाले सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता का साथ दे रही है. हसीना ने कहा कि पुलिस आधी रात के करीब दो बजे उनके घर में घुसी और कहा कि वह अपराध स्थल और मेरी बहन के सामान का निरीक्षण करना चाहती है. हसीना ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने परिवार के सभी सदस्यों को कमरे से बाहर रहने के लिए मजबूर किया.

ये भी पढ़ें : 'द कश्मीर फाइल्स' पर मौलाना का 'भड़काऊ' बयान, भाजपा ने दी तीखी प्रतिक्रिया

अमरावती : राज्य की पुलिस ने रमेश बाबू नाम के उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर एक लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है. आरोप है कि उसने एक स्थानीय नेता की बेटी को टॉपर बनाने के लिए इस लड़की का स्कूल से नाम काट दिया था. उससे अधिक फीस वसूले थे. पुलिस ने कहा कि आरोपी को रामेश्वरम से गिरफ्तार किया गया है.

पूरा मामला आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के पालमनेर विधानसभा क्षेत्र के गंगावरम का है. (Gangavaram in Palamaner Assembly Constituency in Chittoor District of Andhra Pradesh). यहां पर दसवीं कक्षा की टॉपर छात्रा मिस्बाह फातिमा (Misbah Fathima Class X topper commits suicide) ने सोमवार को आत्महत्या कर ली थी.

छात्रा के परिजनों का आरोप है कि किसी और को टॉपर बनाने के लिए उसे मैनेजमेंट ने स्कूल से निकाल दिया था. घटना से उपजे विरोध के बाद चित्तूर जिले के डीईओ शेखर ने पालमनेरु के शिक्षक रमेश को निलंबित कर दिया. रमेश की देखरेख में ही वह निजी स्कूल भी चल रहा था, जिसमें मिस्बाह फातिमा पढ़ती थी. वह दसवीं क्लास की टॉपर थीं.

बता दें कि मिस्बाह के पिता सोडा गाड़ी चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. उन्होंने चित्तूर जिले के पालमनेरु में संचालित एक निजी स्कूल में मिस्बाह का दाखिला कराया था. मिस्बाह के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रिंसिपल रमेश द्वारा उसके साथ बुरा व्यवहार किया गया, जो गंगावरम में जिला परिषद हाई स्कूल में एक स्कूल सहायक के रूप में भी काम करता है. मिस्बाह को बिना गलती के ट्रांसफर सर्टिफिकेट देकर स्कूल छोड़ने को कहा गया. मिस्बाह फातिमा द्वारा छोड़े गए चार पन्नों के सुसाइड नोट ने पूरी मानवता को झकझोर कर रख दिया.

अपने चार पन्नों के सुसाइड नोट में मिस्बाह फातिमा ने लिखा कि अपनी कक्षा का टॉपर होना उसके लिए अभिशाप बन गया था. उसी कक्षा की एक अन्य छात्रा के पिता ने स्कूल प्रबंधन पर अपनी बेटी को टॉपर बनाने का दबाव डाला. सुसाइड नोट में मिस्बाह फातिमा ने अपने पिता को अपने जीवन का हीरो बताया और उसने आत्मघाती कदम उठाने के लिए माफी मांगी.

घटना के थोड़े दिन बाद जब मिस्बाह का चार पन्नों का सुसाइड नोट (suicide note) सामने आया तब उसके माता-पिता ने गुरुवार को पालमनेर डीएसपी के कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया. मिस्बाह फातिमा की बहन हसीना ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस भी स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाने वाले सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता का साथ दे रही है. हसीना ने कहा कि पुलिस आधी रात के करीब दो बजे उनके घर में घुसी और कहा कि वह अपराध स्थल और मेरी बहन के सामान का निरीक्षण करना चाहती है. हसीना ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने परिवार के सभी सदस्यों को कमरे से बाहर रहने के लिए मजबूर किया.

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