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मीरवाइज को फिर नहीं मिली जुमा की नमाज के लिए जामा मस्जिद जाने की इजाजत

जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को इस शुक्रवार भी नमाज के लिए जामा मस्जिद जाने की इजाजत नहीं मिली. अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से पहले ही उन्हें नजरबंद कर दिया गया था.

Mirwaiz Umar Farooq
हुर्रियत के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक
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Published : Sep 2, 2022, 6:28 PM IST

नई दिल्ली : हुर्रियत के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक (Hurriyat chairman Mirwaiz Umar Farooq) को शुक्रवार को श्रीनगर स्थित प्रसिद्ध जामा मस्जिद में जुमे की नमाज में शामिल होने के लिए अपने घर से निकलने की अनुमति नहीं मिली. फोन पर 'ईटीवी भारत' से बात करते हुए मीरवाइज ने कहा कि 'आज सुबह से मेरे घर के बाहर भारी पुलिस तैनात है. किसी को भी मेरे आवास में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.'

मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि 'हम लगातार दबाव में रहते हैं. पिछले दिनों मैंने एक साक्षात्कार दिया था और तब से हम पर दबाव बढ़ रहा है. कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों को परेशान किया जा रहा है, उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसलिए हम बयान भी जारी कर रहे हैं. हम जवाब का इंतजार करेंगे. रविवार तक एलजी हाउस से इस संबंध में जवाब का इंतजार करेंगे, उसके बाद हम इस मामले को कोर्ट में ले जाएंगे.'

गौरतलब है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले एक साक्षात्कार में कहा था कि मीरवाइज एक स्वतंत्र व्यक्ति हैं और उन्हें यह तय करना है कि उन्हें क्या करना है. सिन्हा के इस बयान को लेकर तभी से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे. सिन्हा के बयान के बाद से दो सप्ताह बीत चुके हैं मीरवाइज को श्रीनगर की पवित्र जामा मस्जिद में शुक्रवार को नमाज में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है और न ही उन्हें अपने घर के बाहर कदम रखने की अनुमति दी गई है.

मीरवाइज उमर फारूक जामा मस्जिद के मुख्य मौलवी हैं और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष हैं. 5 अगस्त, 2019 को केंद्र द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से ही मीरवाइज घर में नजरबंद हैं.

पढ़ें- मीरवाइज उमर फारूक को जुमा की नमाज के लिए जामा मस्जिद जाने की इजाजत नहीं दी गई

नई दिल्ली : हुर्रियत के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक (Hurriyat chairman Mirwaiz Umar Farooq) को शुक्रवार को श्रीनगर स्थित प्रसिद्ध जामा मस्जिद में जुमे की नमाज में शामिल होने के लिए अपने घर से निकलने की अनुमति नहीं मिली. फोन पर 'ईटीवी भारत' से बात करते हुए मीरवाइज ने कहा कि 'आज सुबह से मेरे घर के बाहर भारी पुलिस तैनात है. किसी को भी मेरे आवास में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.'

मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि 'हम लगातार दबाव में रहते हैं. पिछले दिनों मैंने एक साक्षात्कार दिया था और तब से हम पर दबाव बढ़ रहा है. कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों को परेशान किया जा रहा है, उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसलिए हम बयान भी जारी कर रहे हैं. हम जवाब का इंतजार करेंगे. रविवार तक एलजी हाउस से इस संबंध में जवाब का इंतजार करेंगे, उसके बाद हम इस मामले को कोर्ट में ले जाएंगे.'

गौरतलब है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले एक साक्षात्कार में कहा था कि मीरवाइज एक स्वतंत्र व्यक्ति हैं और उन्हें यह तय करना है कि उन्हें क्या करना है. सिन्हा के इस बयान को लेकर तभी से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे. सिन्हा के बयान के बाद से दो सप्ताह बीत चुके हैं मीरवाइज को श्रीनगर की पवित्र जामा मस्जिद में शुक्रवार को नमाज में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है और न ही उन्हें अपने घर के बाहर कदम रखने की अनुमति दी गई है.

मीरवाइज उमर फारूक जामा मस्जिद के मुख्य मौलवी हैं और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष हैं. 5 अगस्त, 2019 को केंद्र द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से ही मीरवाइज घर में नजरबंद हैं.

पढ़ें- मीरवाइज उमर फारूक को जुमा की नमाज के लिए जामा मस्जिद जाने की इजाजत नहीं दी गई

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