नई दिल्ली : गाजियाबाद में एक बुजुर्ग पर हमला करने और उसकी दाढ़ी काटने की घटना का राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) ने स्वत: संज्ञान (suo-moto) लिया है. आयोग ने गाजियाबाद के एसएसपी से सात दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (National Commission for Minorities) के उपाध्यक्ष आतिफ रशीद ने कहा कि 'हमने इस मामले में गाजियाबाद पुलिस को नोटिस भेजा है. पुलिस से अब तक की गई कार्रवाई के बारे में पूछताछ की है. अब तक कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें किन धाराओं में बुक किया गया है इस बारे में भी पूछा है.'
'राजनीतिक चश्मे से देखना गलत'
आतिफ रशीद ने पुलिस के बयानों का हवाला देते हुए किसी भी सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया. उन्होंने कहा कि घटना काे राजनीतिक चश्मे से देखना गलत है. उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोग मिश्रित समुदाय से हैं. इनमें चार मुस्लिम, दो हिंदू हैं. लड़ाई ताबीज को लेकर हुई थी.
'नई प्रणाली तैयार की जा रही'
एनसीएम के उपाध्यक्ष ने बताया कि आयोग द्वारा शिकायत प्रबंधन अधिनियम प्रणाली तैयार की जा रही है जिसके तहत शिकायतकर्ता किसी भी आवेदन पत्र को अपने घर से पंजीकृत कर सकता है और उसकी आगे की प्रगति को ट्रैक कर सकता है.
उन्होंने कहा कि आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज एप पर ही जमा किए जा सकते हैं और इससे हमें त्वरित निवारण प्रणाली के साथ आने में मदद मिलेगी, जहां बिना किसी देरी के न्याय होगा.
टीकाकरण कराने की अपील
आतिफ रशीद ने टीकाकरण के बारे में अफवाहों और आशंकाओं को 'रोकने और कुचलने' के लिए सामाजिक और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा शुरू किए जाने वाले राष्ट्रव्यापी अभियान के बारे में भी बताया. उन्होंने यह भी अपील की कि लोग COVID-19 के खिलाफ टीका लगवाएं और वैक्सीन के बारे में अफवाहों पर ध्यान न दें.
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