नई दिल्ली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों द्वारा एक दर्जी की निर्मम हत्या किए जाने की घटना को लेकर गुरुवार को कहा कि वह अल्पसंख्यकों की रक्षा करने के लिए है. लेकिन जो अपराध करेगा उसे अकेला खड़ा होना पड़ेगा तथा इसकी कीमत चुकानी होगी. आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने कहा कि सभी के पूर्वजों ने देश के लिए कुर्बानियां दी हैं और उन्हें देखना होगा कि कोई दूसरा देश उनका इस्तेमाल नहीं करे.
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उन्होंने उदयपुर की घटना को लेकर संवाददाताओं से कहा कि हम यहां मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों की रक्षा करने के लिए बैठे हैं. किसी के साथ भेदभाव होने पर हम दखल देते हैं और देंगे. इसके साथ ही, देश के व्यापक हित में है कि कोई कानून का उल्लंघन नहीं करे. लालपुरा का यह भी कहना था कि यह देश हमारा है, हमने और हमारे पूर्वजों ने इसके लिए बड़ी कुर्बानियां दी हैं. यह देखना होगा कि दूसरे देश के लोग इस्तेमाल नहीं करें. हम सभी वफादार भारतीय हैं और हमें वफादार भारतीय होना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि अगर किसी विदेशी एजेंसी का हाथ सामने आता है तो यह हम सबके लिए चिंता का विषय है कि क्या हम ऐसे व्यक्ति के साथ खड़े हो सकते हैं जो भारत के खिलाफ लड़ रहा है...अगर कोई व्यक्ति अपराध करता है तो उसे अकेला खड़ा होना पड़ेगा, उसे इसकी कीमत चुकानी चाहिए, उसे कानून का सामना करना होगा. पैगम्बर मोहम्मद को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के संदर्भ में लालपुरा ने कहा कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि समाज में धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए आयोग की तरफ से गत 14 जून को विभिन्न धर्मों के महत्वपूर्ण लोगों के साथ बैठक की गई थी.