कोटा. शहर के महावीर नगर थाना इलाके में नाबालिग के सुसाइड का मामला सामने आया है. बालिका को उसकी मां ने बीते दिनों मोबाइल चलाने को लेकर डांट दिया था. इसके बाद बालिका ने सुसाइड अटेम्प्ट का प्रयास किया. कुछ देर बाद ही मां रूम पर आ गई, जहां पर उन्होंने बालिका को देख लिया और उसके बाद अस्पताल में भर्ती करा दिया था. दो दिन उपचार चलने के बाद बालिका की गुरुवार को मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.
महावीर नगर थाना अधिकारी परमजीत पटेल ने बताया कि छावनी निवासी भावना हाड़ा महावीर नगर द्वितीय स्थित हॉस्टल में वार्डन के तौर पर कार्य करती है. जहां पर भावना के साथ उसके 3 बच्चे भी रहते हैं. जिनमें बड़ी बेटी प्रियांशी 15 साल की है, जबकि इससे छोटे दो लड़के हैं. प्रियांशी ने 8 अगस्त को हॉस्टल में ही वार्डन रूम में सुसाइड अटेम्प्ट किया था.
पढ़ें : राजस्थान : दो दिन से लापता नाबालिग छात्रा का शव मिला कुएं में, ग्रामीण आक्रोशित, रखी सात मांगें
जब उसने यह अटेंप्ट किया, इसके चंद सेकेंड बाद ही उसकी मां भावना वहां पर आ गई थी. इस पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसका उपचार दो दिन से चल रहा था. नाबालिग ने गुरुवार को दम तोड़ दिया. एसएचओ परमजीत पटेल ने बताया कि मृतक बालिका की मां भावना ने बताया कि वह पढ़ाई नहीं करती थी. बीते दिनों वह मोबाइल काफी चला रही थी, इस बात को लेकर उसे डांट दिया था. संभवतः इसी बात से आहत होकर नाबालिग ने यह कदम उठाया है. हालांकि, एसएचओ पटेल का कहना है कि इस मामले में पूरी जांच की जाएगी. इसके बाद ही आगे कहा जा सकता है कि आत्महत्या के क्या कारण रहे हैं ?.