श्रीनगर: सेना ने कश्मीर में कहा कि आतंकवादी कश्मीर क्षेत्र में अफगानिस्तान के सैन्य उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं. जो कि अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद छोड़े गये हैं. श्रीनगर स्थित चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे ने कहा कि दुनिया भर में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और हथियार प्रणाली कश्मीर क्षेत्र में दिख रही है.
पांडे ने कहा कि ऐसे उपकरण और हथियार प्रणालियां हैं जिनका उपयोग दुनिया भर में किया जाता है. यह निश्चित रूप से चुनौती है. लेकिन हमने उस बिंदु से लड़ने के लिए अपने नियमों और प्रक्रियाओं को भी बदल दिया है. आतंकी बड़ी संख्या में अंदर नहीं हैं लेकिन उनकी मौजूदगी है. हमने उन्हें कुछ मुठभेड़ों में और कुछ को नियंत्रण रेखा पर पकड़ा है. उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से एक चुनौती है लेकिन भारतीय सेना ऐसे किसी भी मुद्दे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
सेना के मुताबिक अफगानिस्तान से नियंत्रण रेखा के पास और कुछ मुठभेड़ों में भी यह उपकरण बरामद किए गए. सेना को कुछ नाइट विजन डिवाइस और सैटेलाइट फोन भी मिले हैं. जीओसी ने कहा कि घाटी में बहुत सारे विदेशी आतंकवादी शांत हैं और वे स्थानीय आतंकवादियों को सबसे आगे रख रहे हैं. जैसे-जैसे स्थानीय आतंकवादी संख्या कम होती है, वैसे-वैसे विदेशी आतंकवादी भी धीरे-धीरे बेनकाब होते जा रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि ये आतंकवादी चुप हैं, लेकिन वे स्थानीय आतंकवादियों को आतंकी गतिविधियों का चेहरा बना रहे हैं. जैसे-जैसे स्थानीय आतंकवादियों की संख्या कम होने लगी, वे दिखाई देने लगे. स्थानीय लोगों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वे छिपने को मजबूर हैं. सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा केवल एक घुसपैठ की कोशिश की गई है लेकिन इसे नाकाम कर दिया गया. उन्होंने कहा कि हमने एलओसी पर सुरक्षा ग्रिड को फुल प्रूफ बना दिया है.