ETV Bharat / bharat

हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल: बकरीद पर 41 गांवों में नहीं होगी कुर्बानी, जानिए क्यों - छत्रपति संभाजीनगर समाचार

महाराष्ट्र में कभी छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर राजनीति हो रही है तो कभी औरंगजेब के नाम पर. लेकिन फिर भी धार्मिक सौहार्द बरकरार है. इस साल आषाढ़ी एकादशी और बकरीद एक ही दिन है. चूंकि आषाढ़ी एकादशी पंढरपुर क्षेत्र में एक ही खूब धूम-धाम से मनाई जाती है इसलिए 41 गांवों के मुस्लिम भाइयों ने बकरीद पर बलि नहीं देने का फैसला किया है. पढ़ें पूरी खबर...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 23, 2023, 1:33 PM IST

छत्रपति संभाजीनगर : संभाजीनगर शहर के वालाज इलाके में छत्रपति को पंढरपुर के नाम से जाना जाता है. यहां एक प्राचीन विट्ठल रुक्माई मंदिर है. एकादशी के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसी के तहत पुलिस ने शांति समिति की बैठक की और नागरिकों को पुलिस की ओर से कुछ निर्देश दिये गये. उस समय पंढरपुर के आसपास रहीमपुर, नारायणपुर, शेंदूर, वाडा, तुर्कबोध, वालुज जैसे 41 गांवों की मस्जिदों के इमाम और लड़कियां बैठक में शामिल हुईं. हिंदुओं के इस पवित्र त्योहार में ज्यादातर लोग व्रत रखते हैं. इसलिए, यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष ईद पर कोई कुर्बानी नहीं दी जाएगी.

हिंदुओं के महत्वपूर्ण त्यौहार : ईद और बकरीद मुस्लमानों के लिए महत्वपूर्ण त्यौहार हैं. इसमें कुर्बानी देने का रिवाज है, लेकिन इस साल आषाढ़ी एकादशी होने के कारण इस रिवाज में थोड़ा बदलाव हुआ है. चूंकि यह हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, इसलिए यह निर्णय लिया गया कि यह कुर्बानी 29 जून के बजाय 30 जून को की जाए. इस संबंध में शुक्रवार को प्रत्येक क्षेत्र में मुख्य नमाज अदा करने के बाद इमाम और मौलाना मुस्लिम भाइयों से इस संबंध में अपील करेंगे. पूर्व सरपंच शेख अख्तर ने बताया कि शांति समिति की बैठक में यह भी जानकारी दी गयी कि मंदिर क्षेत्र में मांस बेचने वाली दुकानें भी बंद रहेंगी.

मुस्लिम भाइयों का समर्थन : आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर इस मंदिर में लाखों श्रद्धालु आते हैं. पिछले दो साल से आषाढ़ी एकादशी और बकरीद का त्योहार एक मनाया जाता रहा है. विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर के अध्यक्ष राजेंद्र पवार ने कहा, हमें खुशी है कि मुस्लिम भाई सहयोग कर रहे हैं. हर साल मुस्लिम भाई मंदिर क्षेत्र में मदद करते हैं, पिछले साल भी वालाज क्षेत्र में कुर्बानी नहीं दी गई थी. इस वर्ष अन्य गांवों के नागरिकों ने भी ऐसा करने का फैसला लिया है. राजेंद्र पवार ने यह भी कहा कि हम इसके लिए आभारी रहेंगे.

ये भी पढ़ें

पुलिस निरीक्षक की अध्यक्षता में हुई बैठक : पुलिस आयुक्त मनोज लोहिया ने शांति समिति की बैठक में अपील की थी. इसके जवाब में पुलिस इंस्पेक्टर सह अविनाश अघव की अध्यक्षता में बैठक हुई. विट्ठल रुक्मिणी ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र पवार, सचिव अप्पासाहेब झलके, मेहबूब चौधरी, शेख अख्तर, ग्राम पंचायत सदस्य अमीर पठान, शेख जावेद, शाहेबाज चौधरी, रोशन शाह, अकरम पटेल, मौलाना अमीर सलीम पटेल, शेख जावेद, अब्दुल रशीद, हाफिज मोईन आदि लोगों ने इसमें भाग लिया.

छत्रपति संभाजीनगर : संभाजीनगर शहर के वालाज इलाके में छत्रपति को पंढरपुर के नाम से जाना जाता है. यहां एक प्राचीन विट्ठल रुक्माई मंदिर है. एकादशी के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसी के तहत पुलिस ने शांति समिति की बैठक की और नागरिकों को पुलिस की ओर से कुछ निर्देश दिये गये. उस समय पंढरपुर के आसपास रहीमपुर, नारायणपुर, शेंदूर, वाडा, तुर्कबोध, वालुज जैसे 41 गांवों की मस्जिदों के इमाम और लड़कियां बैठक में शामिल हुईं. हिंदुओं के इस पवित्र त्योहार में ज्यादातर लोग व्रत रखते हैं. इसलिए, यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष ईद पर कोई कुर्बानी नहीं दी जाएगी.

हिंदुओं के महत्वपूर्ण त्यौहार : ईद और बकरीद मुस्लमानों के लिए महत्वपूर्ण त्यौहार हैं. इसमें कुर्बानी देने का रिवाज है, लेकिन इस साल आषाढ़ी एकादशी होने के कारण इस रिवाज में थोड़ा बदलाव हुआ है. चूंकि यह हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, इसलिए यह निर्णय लिया गया कि यह कुर्बानी 29 जून के बजाय 30 जून को की जाए. इस संबंध में शुक्रवार को प्रत्येक क्षेत्र में मुख्य नमाज अदा करने के बाद इमाम और मौलाना मुस्लिम भाइयों से इस संबंध में अपील करेंगे. पूर्व सरपंच शेख अख्तर ने बताया कि शांति समिति की बैठक में यह भी जानकारी दी गयी कि मंदिर क्षेत्र में मांस बेचने वाली दुकानें भी बंद रहेंगी.

मुस्लिम भाइयों का समर्थन : आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर इस मंदिर में लाखों श्रद्धालु आते हैं. पिछले दो साल से आषाढ़ी एकादशी और बकरीद का त्योहार एक मनाया जाता रहा है. विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर के अध्यक्ष राजेंद्र पवार ने कहा, हमें खुशी है कि मुस्लिम भाई सहयोग कर रहे हैं. हर साल मुस्लिम भाई मंदिर क्षेत्र में मदद करते हैं, पिछले साल भी वालाज क्षेत्र में कुर्बानी नहीं दी गई थी. इस वर्ष अन्य गांवों के नागरिकों ने भी ऐसा करने का फैसला लिया है. राजेंद्र पवार ने यह भी कहा कि हम इसके लिए आभारी रहेंगे.

ये भी पढ़ें

पुलिस निरीक्षक की अध्यक्षता में हुई बैठक : पुलिस आयुक्त मनोज लोहिया ने शांति समिति की बैठक में अपील की थी. इसके जवाब में पुलिस इंस्पेक्टर सह अविनाश अघव की अध्यक्षता में बैठक हुई. विट्ठल रुक्मिणी ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र पवार, सचिव अप्पासाहेब झलके, मेहबूब चौधरी, शेख अख्तर, ग्राम पंचायत सदस्य अमीर पठान, शेख जावेद, शाहेबाज चौधरी, रोशन शाह, अकरम पटेल, मौलाना अमीर सलीम पटेल, शेख जावेद, अब्दुल रशीद, हाफिज मोईन आदि लोगों ने इसमें भाग लिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.