मुंबई: महाराष्ट्र के मुंबई में गणपति विसर्जन के दौरान कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने कड़ी सुरक्षा तैनात की है. सुरक्षा के लिए पूरे शहर में 20,000 पुलिसकर्मियों की फोर्स तैनात की गई है. 7000 सीसीटीवी फुटेज की मदद से निगरानी की जाएगी. उधर, गणेशोत्सव के दौरान ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष योजना बनाई है.
कानून एवं व्यवस्था विभाग के संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मुंबई पुलिस ने सभी श्रद्धालुओं से पुलिस द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की है. किसी भी समस्या का सामना करने पर नागरिक मुंबई पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 100 पर कॉल कर सकते हैं. अगर आपको आसपास कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो मुंबई पुलिस को सूचित करें.
मुंबई पुलिस की मदद के लिए अतिरिक्त साढ़े चार से पांच हजार पुलिसकर्मी, नागरिक सुरक्षा कर्मी, सीआरपीएफ, सीआरपीएफ और बीएसएफ की कंपनियां तैनात की गई हैं. शहर में कुछ अति संवेदनशील स्थान हैं. यहां पर अतिरिक्त पुलिस बल रखने का निर्णय लिया गया है. मुंबई में 600 से अधिक विसर्जन स्थल हैं और विसर्जन के दिन अतिरिक्त व्यवस्था की जाती है. साढ़े तीन हजार ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. यातायात पुलिस की सहायता के लिए सशस्त्र बल के जवान, होम गार्ड, ट्रैफिक गार्ड, जल सुरक्षा बल, नागरिक सुरक्षा बल और स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है.
पूरे शहर में करीब 7 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इनकी मदद से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नजर रखी जाएगी. आतंकी हमले के खतरे से बचने के लिए मुंबई पुलिस के आतंकवाद निरोधी सेल के कर्मचारियों के साथ-साथ क्यूआरटी टीमों को भी सतर्क रहने को कहा गया है. गिरगांव चौपाटी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. इस भीड़ पर सीसीटीवी कैमरे की मदद से नजर रखी जाएगी. मुंबई पुलिस ड्रोन कैमरे से भी अपराधियों पर कड़ी नजर रखेगी.
महिला कोच में रेलवे पुलिस तैनात : हर महिला कोच में रेलवे पुलिस तैनात की गयी है. मुंबई पुलिस बल से 8 अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, 25 पुलिस उपायुक्त, 45 सहायक पुलिस आयुक्त के साथ 2866 पुलिस अधिकारी और 16250 पुलिस कांस्टेबल तैनात किए गए हैं. उनके साथ एसआरपीएफ, क्यूआरटी टीम, आरएएफ कंपनी, होम गार्ड की 35 प्लाटून महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात रहेंगी.
मुंबई शहर में 73 प्राकृतिक स्थानों के अलावा गिरगांव, दादर, जुहू, मध, मार्वे, अक्सा जैसे प्रमुख विसर्जन स्थलों के साथ 162 कृत्रिम झीलों की व्यवस्था की गई है. उन सभी जगहों पर कानून व्यवस्था के लिहाज से कड़े इंतजाम किये गये हैं. प्रत्येक डिस्चार्ज प्वाइंट सीसीटीवी निगरानी में है. प्रमुख डिस्चार्ज बिंदुओं पर ध्वनि प्रणाली के साथ एक अस्थायी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. इसके अलावा यातायात को सही ढंग से नियंत्रित करने के लिए यातायात पुलिस विभाग द्वारा उचित कदम उठाए गए हैं. पुलिस ने हर नागरिक से अपील की है कि सभी को इस बात का ध्यान रखना होगा कि कानून-व्यवस्था न बिगड़े.