नई दिल्ली : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज पुणे में सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक (CRCS) कार्यालय के डिजिटल पोर्टल का शुभारंभ किया. इस दौरान पुणे स्थित सीआरसीएस कार्यालय के डिजिटल पोर्टल के लॉन्च पर केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि अजित दादा (पवार) डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार आए हैं और मैं उनके साथ मंच साझा कर रहा हूं, मैं उन्हें यह बताना चाहता हूं कि बहुत समय बाद आप सही जगह पर बैठे हैं. यह सही जगह थी लेकिन आपने आने में बहुत देर कर दी.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार रात को पुणे एयरपोर्ट पहुंचे थे. इस मौके पर उनके स्वागत के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मंत्री चंद्रकांत पाटिल मौजूद थे. एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद तीनों होटल जेडब्ल्यू मैरियट पहुंचे.
-
#WATCH | At the launch of the digital portal of CRCS office in Pune, Maharashtra, Union Cooperation Minister Amit Shah says, "Ajit Dada (Pawar) has come for the first time after becoming the Deputy CM and I am sharing the stage with him, I want to tell him that after a long time,… pic.twitter.com/bZxmebwgrg
— ANI (@ANI) August 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | At the launch of the digital portal of CRCS office in Pune, Maharashtra, Union Cooperation Minister Amit Shah says, "Ajit Dada (Pawar) has come for the first time after becoming the Deputy CM and I am sharing the stage with him, I want to tell him that after a long time,… pic.twitter.com/bZxmebwgrg
— ANI (@ANI) August 6, 2023#WATCH | At the launch of the digital portal of CRCS office in Pune, Maharashtra, Union Cooperation Minister Amit Shah says, "Ajit Dada (Pawar) has come for the first time after becoming the Deputy CM and I am sharing the stage with him, I want to tell him that after a long time,… pic.twitter.com/bZxmebwgrg
— ANI (@ANI) August 6, 2023
'सहकार से समृद्धि' वेब पोर्टल का उद्घाटन पिंपरी चिंचवड़ के प्रोफेसर रामकृष्ण मोरे ऑडिटोरियम में किया गया. हालांकि, अमित शाह का यह दौरा आधिकारिक है, लेकिन इसे राजनीतिक नजरिए से देखा जा रहा है. राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री लंबे समय तक उनके साथ रहे. अहम बात यह है कि राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार रुका हुआ है. चर्चा थी कि विधानमंडल सत्र के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जायेगा. सत्र खत्म होने पर ये देखना अहम होगा कि अमित शाह कैबिनेट विस्तार को हरी झंडी देंगे या नहीं.
इससे पहले सहकारिता मंत्रालय कि ओर जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 'सहकार से समृद्धि' के विजन में दृढ़ विश्वास व्यक्त करते हुए सहकारिता मंत्रालय ने देश में सहकारी आंदोलन को सुदृढ़ करने के लिए अनेक पहल की हैं. इसी कड़ी में सहकारी क्षेत्र में व्यापार सुगमता को बढ़ावा देने के एक महत्वपूर्ण कदम के तहत बहु-राज्य सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक कार्यालय का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है.
-
#WATCH | Maharashtra CM Eknath Shinde, Deputy CMs Devendra Fadanvis and Ajit Pawar meet Union Home Minister Amit Shah, in Pune. pic.twitter.com/p2FnfJXcEm
— ANI (@ANI) August 6, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | Maharashtra CM Eknath Shinde, Deputy CMs Devendra Fadanvis and Ajit Pawar meet Union Home Minister Amit Shah, in Pune. pic.twitter.com/p2FnfJXcEm
— ANI (@ANI) August 6, 2023#WATCH | Maharashtra CM Eknath Shinde, Deputy CMs Devendra Fadanvis and Ajit Pawar meet Union Home Minister Amit Shah, in Pune. pic.twitter.com/p2FnfJXcEm
— ANI (@ANI) August 6, 2023
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अजित पवार पहली बार सही सीट पर बैठे हैं. अजित पवार पहली बार किसी मंच पर बैठे हैं. अजित दादा देर से ही सही जगह पर आये हैं. महाराष्ट्र सहयोग का उद्गम स्थल है. सीआरसीएस कार्यक्रम अब पूरी तरह डिजिटल हो जाएगा. दादाजी, आपने बहुत देर कर दी. पारदर्शिता और आधुनिकता के बिना सहकारी क्षेत्र आगे नहीं बढ़ सकता. महाराष्ट्र को सहकारी क्षेत्र का अधिक लाभ उठाना चाहिए. सहकारी क्षेत्र के आंदोलन में युवाओं को शामिल करना जरूरी है. हमने सहकारिता का 95 फीसदी डेटा तैयार कर लिया है.
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अमित शाह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं. शाह ने सहकारी क्षेत्र में क्रांतिकारी फैसले लिये हैं. अमित शाह के कारण सहकारी क्षेत्र में दुरुपयोग रुका है. उन्होंने मिलों का 10 हजार करोड़ का टैक्स माफ करने का फैसला कर चीनी उद्योग को बड़ी मदद की है. मोदी के नेतृत्व में शाह ने साहस दिखाया और धारा 370 हटा दी.
कार्यक्रम के दौरान राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि अमित शाह महाराष्ट्र के दामाद हैं. उन्हें गुजरात से ज्यादा महाराष्ट्र पसंद है. शाह ने सहकारी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया है. राज्य में 80 हजार करोड़ का काम चल रहा है. टैक्स छूट से चीनी मिलों को राहत मिली है. वित्त मंत्री ने कहा है कि मोदी और शाह के नेतृत्व में देश प्रगति कर रहा है.
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि हर गांव तक पहुंचने के लिए पोर्टल लॉन्च किया गया है. महाराष्ट्र ने दिखाया है कि सहयोग से समृद्धि आ सकती है. अमित शाह एक मजबूत गृह मंत्री हैं. महाराष्ट्र अमित शाह का जन्मस्थान है. उनका जन्म मुंबई में हुआ था. शाह ने वह कर दिखाया जो कई वर्षों तक नहीं कर सके. अमित शाह ने चीनी मिलों का बकाया चुकाने की कोशिश की. उन्होंने सहकारी आंदोलन को समर्थन देने की कोशिश की है. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि शाह ने महाराष्ट्र में एक चीनी फैक्ट्री शुरू की थी.
केंद्रीय पंजीयक कार्यालय के कम्प्यूटरीकरण के मुख्य उद्देश्य हैं:
- पूरी तरह पेपर रहित आवेदन और प्रोसेसिंग
- सॉफ्टवेयर के माध्यम से बहुराज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम (MSCS Act) और नियमों का स्वत: अनुपालन
- व्यापार की सुगमता को बढ़ाना
- डिजिटल संवाद
- पारदर्शी प्रोसेसिंग
- बेहतर एनालिटिक्स और MIS (Management Information Systems)
केंद्रीय पंजीयक पोर्टल में निम्नलिखित मॉड्यूल शामिल किए जाएंगे:
- पंजीकरण
- उप-विधि (bye laws) संशोधन
- वार्षिक विवरणी दाखिल करना
- अपील
- संपरीक्षण (Audit)
- निरीक्षण
- जांच-पड़ताल
- मध्यस्थता (Arbitration)
- परिसमापन
- ओम्बुड्समैन (Ombudsman)
- चुनाव
नए पोर्टल में MSCS अधिनियम, 2002 और उसके नियमों में हाल में पारित संशोधनों को भी शामिल किया जाएगा. पोर्टल में इलेक्ट्रॉनिक कार्य प्रवाह के माध्यम से समयबद्ध तरीके से आवेदन/सेवा अनुरोधों का प्रसंस्करण होगा. साथ ही इसमें ओटीपी आधारित उपयोगकर्ता पंजीकरण, MSCS अधिनियम और नियमों के अनुपालन के लिए सत्यापन जांच, विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई, पंजीकरण प्रमाणपत्र जारी करना और इलेक्ट्रॉनिक रूप से संचार के अन्य प्रावधान शामिल भी होंगे. कम्प्यूटरीकरण की यह परियोजना नए MSCS के पंजीकरण में मददगार साबित होगी और उनकी कार्यशैली मे सुगमता लाएगी.
देश में 1550 से अधिक बहु-राज्य सहकारी समितियां (MSCS) पंजीकृत हैं. केंद्रीय पंजीयक का कार्यालय बहु राज्य सहकारी समितियां (MSCS) अधिनियम, 2002 के प्रशासन के लिए उत्तरदायी है. बहु-राज्य सहकारी समितियों की सभी गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने और एक डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने के लिए केंद्रीय पंजीयक कार्यालय का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है, इसमें नई बहु-राज्य सहकारी समितियों का पंजीकरण भी शामिल है.
ये भी पढ़ें |
नव विकसित केंद्रीय पंजीयक कार्यालय पोर्टल डैशबोर्ड बनाने में युवाओं की भागीदारी और सुझावों को आमंत्रित करने के लिए एक 'हैकथॉन' प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी. साथ ही सभी राष्ट्रीय सहकारी समितियों और बहु-राज्य सहकारी समितियों से भी नए केंद्रीय पंजीयक कार्यालय पोर्टल के बारे में सुझाव और प्रतिक्रिया आमंत्रित की गई थीं.
(अतिरिक्त इनपुट एजेंसियां)