इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तोशखाना के तोहफे बेचने के आरोपों से घिरे हुए हैं. पीएम शहबाज शरीफ और अन्य दलों की ओर से हमलों के बीच सोमवार को पीटीआई चेयरमैन इमरान खान ने इस मसले पर अपनी सफाई पेश की. जियो न्यूज के अनुसार, उन्होंने दावा कि उन्होंने नियम के मुताबिक तोशखाना (सरकारी खजाना) से गिफ्ट खरीदे थे. पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उन्होंने तोशखाना से जो कुछ भी लिया, वह सब सरकारी रिकार्ड में है. उन्होंने कहा कि जो तोहफे मेरे हैं, उसे मैं रखूं या नहीं रखूं. यह मेरी मर्जी है. यदि किसी के पास भ्रष्टाचार के संबंध में सबूत हैं, तो उसे आगे आना चाहिए. बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें अविश्वास मत के माध्यम से अपदस्थ होना पड़ा. पाकिस्तान में 9 और 10 अप्रैल की रात उनकी सरकार गिर गई थी.
पद से हटने के बाद ही वह नई सरकार के निशाने पर हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत सत्ताधारी दलों ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. पिछले दिनों जर्नलिस्टों को दी गई इफ्तार पार्टी में शहबाज शरीफ ने दावा किया कि इमरान खान ने तोशाखाना के गिफ्ट दुबई में बेचकर 140 मिलियन रुपये हासिल किए. जियो न्यूज के अनुसार, शहबाज शरीफ ने मीडिया को बताया कि इमरान खान की ओर बेचे गए सरकारी गिफ्ट में डायमंड ज्वैलरी सेट, ब्रेसलेट्स और कीमती घड़ियां शामिल थीं. खबरों के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल के दौरान विश्व के नेताओं से 14 करोड़ रुपये से अधिक के 58 उपहार प्राप्त किए और उन सभी को बिना किसी भुगतान के भी अपने पास रख लिया.
इस आरोप के जवाब में इमरान खान ने कहा कि मैंने तोशखाना से जो कुछ भी लिया, वह रिकार्ड में है. मैंने गिफ्ट के मूल्य का 50 प्रतिशत भुगतान किया.उन्होंने दावा किया कि तोशखाना मामले में उनकी सरकार ने नियम भी बदले. पहले गिफ्ट की कीमत 15 प्रतिशत रकम जमा कर सामान लेते थे. उन्होंने इस रेट को 50 फीसदी कर दिया. पूर्व पीएम ने कहा कि अगर पैसे कमाने की कोशिश करता तो अपने घर को ही कैंप ऑफिस घोषित कर देता, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना के उस बयान का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि हाल के राजनीतिक संकट के दौरान उन्होंने समाधान के लिए सैन्य नेतृत्व से मदद मांगी थी. इमरान खान ने कहा कि उन्होंने कभी सेना से मदद नहीं मांगी. राजनीतिक संकट के दौरान उनके पास तीन विकल्प थे, जिसमें से एक पर उन्होंने अमल किया.
इस बीच पाकिस्तान के एक पत्रकार ने इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई पर गरीबों से चंदा लेकर ऐशो आराम करने का आरोप लगाया है. पाकिस्तान डेली के संपादक हमजा अजहर सलाम ने आरोप लगाया है कि पीटीआई गरीब लोगों से चंदा वसूल कर रही है ताकि इमरान खान अपने प्राइवेट जेट में उड़ान भर सकें. यह आरोप इमरान खान की उस अपील के बाद लगाए जा रहे हैं, जिसमें उन्होंने विदेश समर्थित सरकार को गिराने की अपील की थी.
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