बेंगलुरु : कोरोना वायरस जनित महामारी से मुकाबले के दौरान 'शहीद' होने वाले डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों के सम्मान में बेंगलुरु में अपने तरह का पहला 'कोविड योद्धा स्मारक' स्थापित किया जाएगा. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के. सुधाकर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में सुधाकर ने कहा, हमारे आरोग्य सौध परिसर में, अपनी सेवा देते हुए कोविड से जान गंवाने वाले डॉक्टरों के सम्मान में, हम एक स्मारक का निर्माण करेंगे. मुझे लगता है कि यह देश में पहला ऐसा स्मारक होगा.
मंत्री ने कहा कि उनके विभाग ने डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों की याद में स्मारक को एक विशेष तरीके से बनवाने का निर्णय लिया है जो नई दिल्ली स्थित युद्ध स्मारक जैसा होगा और वहां कोई भी जाकर श्रद्धांजलि दे सकेगा. सुधाकर ने कहा कि स्मारक ऐसी जगह होगी जहां कोई भी जाकर श्रद्धांजलि दे सकेगा.
उन्होंने कहा कि देश में कोविड की दूसरी लहर के दौरान लगभग 800 डॉक्टरों की जान चली गई और उनमें से बहुत से लोगों के बच्चों समेत परिजन अब इस महामारी से मुकाबला कर रहे हैं.
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सुधाकर ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों को कोविड योद्धा कहा था. हम केवल उन सैनिकों को शहीद कहते हैं जो युद्ध में देश के लिए बलिदान देते हैं, लेकिन आज हम उन डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों को शहीद कह रहे हैं जिन्होंने कोविड के कारण अपनी जान गंवाई है और हम उनके लिए स्मारक बनवाएंगे. मंत्री ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में स्मारक के ढांचे का रेखाचित्र तैयार हो जाएगा.