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महबूबा मुफ्ती फिर से चुनीं गईं पीडीपी अध्यक्ष, तीन वर्ष होगा कार्यकाल

वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को आज एक बार फिर जम्मू-कश्मीर पीडीपी का अध्यक्ष चुना गया है. अध्यक्ष पद पर उनका चुनाव आगामी तीन साल के कार्यकाल के लिए किया गया है. बता दें कि वे सातवीं बार पार्टी की अध्यक्ष चुनी गई हैं.

महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती
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Published : Feb 22, 2021, 3:02 PM IST

Updated : Feb 22, 2021, 4:02 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को सोमवार को तीन साल के लिए सर्वसम्मति से फिर से पीडीपी अध्यक्ष चुना गया.

पार्टी के एक प्रवक्ता ने चयन के बाद कहा कि मुफ्ती का नाम वरिष्ठ नेता गुलाम नबी लोन हंजूरा ने प्रस्तावित किया और खुर्शीद आलम ने इसका अनुमोदन किया.

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पीडीपी नेता अब्दुल रहमान वीरी पार्टी निर्वाचन बोर्ड के अध्यक्ष थे.

तीसरी बार पीडीपी अध्यक्ष बनीं महबूबा मुफ्ती

प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू में पार्टी के निर्वाचन मंडल ने मुफ्ती को सर्वसम्मति से पुन: पार्टी प्रमुख चुना. वरिष्ठ नेता सुरिंदर चौधरी चुनाव के पीठासीन अधिकारी थे.

पढ़ें : इस्तीेफे के बाद बोले नारायणसामी- लोकतंत्र की हत्या है, ऐसा कहीं नहीं होता

उल्लेखनीय है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद ने नेशनल कांफ्रेंस के क्षेत्रीय विकल्प के तौर पर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का वर्ष 1998 में गठन किया था.

पिछले दो दशक में कई दिग्गज नेताओं के पीडीपी में शामिल होने के बाद पार्टी की ताकत बढ़ी, हालांकि जून 2018 में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गिरने के बाद वह विभाजन की कगार पर थी.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को सोमवार को तीन साल के लिए सर्वसम्मति से फिर से पीडीपी अध्यक्ष चुना गया.

पार्टी के एक प्रवक्ता ने चयन के बाद कहा कि मुफ्ती का नाम वरिष्ठ नेता गुलाम नबी लोन हंजूरा ने प्रस्तावित किया और खुर्शीद आलम ने इसका अनुमोदन किया.

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पीडीपी नेता अब्दुल रहमान वीरी पार्टी निर्वाचन बोर्ड के अध्यक्ष थे.

तीसरी बार पीडीपी अध्यक्ष बनीं महबूबा मुफ्ती

प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू में पार्टी के निर्वाचन मंडल ने मुफ्ती को सर्वसम्मति से पुन: पार्टी प्रमुख चुना. वरिष्ठ नेता सुरिंदर चौधरी चुनाव के पीठासीन अधिकारी थे.

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उल्लेखनीय है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद ने नेशनल कांफ्रेंस के क्षेत्रीय विकल्प के तौर पर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का वर्ष 1998 में गठन किया था.

पिछले दो दशक में कई दिग्गज नेताओं के पीडीपी में शामिल होने के बाद पार्टी की ताकत बढ़ी, हालांकि जून 2018 में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गिरने के बाद वह विभाजन की कगार पर थी.

Last Updated : Feb 22, 2021, 4:02 PM IST
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