जयपुर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिंदुत्ववाद को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देश में हिंदुत्ववादियों का राज है हिंदुओं का नहीं. उन्होंने कहा कि हिंदुत्ववादियों को बेदखल कर देश में हिंदुओं का राज लाना होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह हिंदू हैं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं.
कांग्रेस नेता रविवार को यहां 'महंगाई हटाओ रैली' को संबोधित करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वे उनके तीन चार हिंदुत्ववादियों ने सात साल में ही देश को बर्बाद कर दिया. उन्होंने कहा कि एक हिंदुत्ववादी प्रधानमंत्री ने किसानों की पीठ में छुरा घोंपा व फिर माफी मांगी. राहुल ने कहा कि आज देश की राजनीति में दो शब्दों हिंदू व हिंदुत्ववादी की टक्कर है. उन्होंने कहा कि हिंदू सत्याग्रही होता है तो हिंदुत्ववादी सत्ताग्रही होते हैं.
हिंदू और हिंदुत्ववाद को दो अलग अलग शब्द बताते हुए राहुल ने कहा कि जिस तरह से दो जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती, वैसे ही दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता क्योंकि हर शब्द का अलग मतलब होता है.
कांग्रेस ने देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ जयपुर के विद्यानगर स्टेडियम में यह रैली की. रैली में बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ से कांग्रेस नेता उत्साहित नजर आए. राजस्थान के साथ साथ पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली आदि से लोग तथा देश भर से कांग्रेस के नेता इसमें शामिल हुए.
अपने भाषण की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा,'दो जीवों की एक आत्मा नहीं हो सकती उसी तरह दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता क्योंकि हर शब्द का अलग मतलब होता है. देश की राजनीति में आज दो शब्दों की टक्कर है. दो अलग शब्दों की. इनके मतलब अलग हैं. एक शब्द हिंदू दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी. यह एक चीज नहीं है. ये दो अलग शब्द हैं. और इनका मतलब बिलकुल अलग है. मैं हिंदू हूं, मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं.'
उन्होंने कहा कि वह आज मौजूद लोगों को हिंदू व हिंदुत्ववादी शब्द के बीच फर्क बताना चाहते हैं. उन्होंने कहा,'महात्मा गांधी हिंदू... गोडसे हिंदुत्ववादी. फर्क क्या होता है? फर्क मैं आपको बताता हूं. चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है. मर जाए, कट जाए, पिस जाए, हिंदू सच को ढूंढता है. उसका रास्ता सत्याग्रह है. पूरी जिंदगी वह सच को ढूंढने में निकाल देता है.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच को ढूंढने में बिता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोलियां मारी. हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है. उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वह कुछ भी कर देगा. .... उसका रास्ता सत्याग्रह नहीं उसका रास्ता सत्ताग्राह है.
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राहुल ने कहा, ' यह देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं है और आज अगर इस देश में महंगाई है दर्द है तो यह काम हिंदुत्ववादियों ने किया है. हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए.. इनका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं ... 2014 से इन लोगों का राज है हिंदुत्ववादियों का राज है हिंदुओं का नहीं. और हमें हिंदुत्ववादियों को बाहर निकालना है और एक बार फिर हिंदुओं का राज लाना है.'
आज हिंदुस्तान की एक प्रतिशत आबादी के हाथ में देश का 33 प्रतिशत धन है. 10 प्रतिशत के आबादी के हाथ में 65 प्रतिशत धन और सबसे गरीब 50 प्रतिशत आबादी के हाथ में छह प्रतिशत धन. सिर्फ छह प्रतिशत छोड़ा है. यह जादू किसने किया और इस जादू के कौनसे औजार थे.. ये मैं आपको बताना चाहता हूं. औजार नोटबंदी, जीएसटी, किसानों के खिलाफ तीन काले कानून. उन्होंने कहा,'नरेंद्र मोदी व उनके तीन चार उद्योगपतियों ने, हिंदुत्ववादियों ने इस देश को सात साल में बर्बाद कर दिया, खत्म कर दिया.'
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने किसानों की जो आत्मा है, उनका जो दिल है ...छाती में चाकू मार दिया. आगे से नहीं पीछे से. क्यों, क्योंकि हिंदुत्ववादी हैं तो पीछे से मारेंगे. पीछे से छुरा मारा फिर कहते हैं कि जब हिंदू, किसान के साथ खड़ा हुआ तो हिंदुत्ववादी ने कहा मैं माफी मांगता हूं.
रैली को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे व अधिरंजन चौधरी ने भी संबोधित किया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी रैली में मौजूद थीं लेकिन उन्होंने संबोधित नहीं किया.
(पीटीआई-भाषा)