बागपत (उत्तर प्रदेश): मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का पक्ष लेते हुए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से किसानों को नाराज नहीं करने की गुजारिश की है.
गृह जनपद में अपने अभिनंदन समारोह में मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी मान्यता दे दे तो किसान मान जाएंगे. उन्होंने कहा कि कोई भी कानून किसान के पक्ष में नहीं है. जिधर भी जाते हैं वहां लाठीचार्ज हो जाता है. जिस देश का किसान और जवान जस्टिफाइड नहीं होगा उस देश को कोई बचा ही नहीं सकता. मलिक ने कहा कि सरदार कौम पीछे नहीं हटती और 300 साल बाद भी बात नहीं भूलती. इंदिरा गांधी ने भी ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराया था.
मलिक ने यह भी कहा कि उन्होंने जब किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की सुगबुगाहट सुनी तो फोन करके इसे रुकवाया. राज्यपाल ने कहा कि देश में किसान का बुरा हाल है. किसान प्रतिदिन गरीब हो रहा है जबकि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन हर तीसरे साल बढ़ जाता है. किसान जो बोता है वो सस्ता और जो खरीदता है वो महंगा हो जाता है. इन्हें तो पता भी नही है कि ये बिना जाने ही गरीब कैसे हो रहे हैं.
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मलिक ने कहा कि मैं किसान परिवार से हूं, इसलिए उनकी तकलीफ समझता हूं. किसानों की समस्या हल कराने के लिए जहां तक जाना पड़ेगा जाऊंगा.