नई दिल्ली: भारत सरकार ने गुजरात के तट के पास अरब सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) द्वारा अकारण एक मछली पकड़ने वाली नौका पर गोलीबारी करने के मामले को गंभीरता से लिया है.
भारत ने पाकिस्तान की ओर से भारतीय मछुआरों पर अकारण की गई गोलीबारी की घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है. घटना के संबंध में विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब कर किया. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की.
पाकिस्तानी एजेंसी ने 6 नवंबर को भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव 'जलपरी' पर गोलीबारी की थी. इस घटना में एक भारतीय मछुआरे की मौत हो गई थी जबकि कई अन्य को चोटें आई थीं. मृतक मछुआरे की पहचान पालघर जिले के तटीय गांव वदराई निवासी श्रीधर आर. चमारे (32) के रूप में हुई है. सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार ने इस मसले को कूटनीतिक स्तर पर उठाया है. पाकिस्तानी की इस हरकत की निंदा की है.
यह दोहराया गया कि पाकिस्तान में अधिकारी मछुआरों के मुद्दे को मानवीय ढंग से देखते हैं. पाकिस्तान सरकार को भी इस घटना की जांच करने और अपने बलों को अकारण गोलीबारी के ऐसे कृत्यों से परहेज करने का निर्देश देने के लिए कहा गया है. इससे पहले रविवार को भारत ने पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) की निंदा की थी.
घायल मछुआरों का इलाज गुजरात के ओखा के एक अस्पताल में चल रहा है. गौरतलब है कि वर्षों से समय-समय पर भारतीय नौकाओं पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी होती रही है साथ ही भारतीय मछुआरों को हिरासत में लेने की कई घटनाएं सामने आई हैं.
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