नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी और लक्जमबर्ग के प्रधानमंत्री के बीच हुई समिट को लेकर कहा है कि यह दोनों नेताओं के बीच हुई पहली वर्चुअल समिट थी. भारत और लक्सजबर्ग के पीएम के बीच इस तरह की आखिरी औपचारिक बातचीत लगभग 20 साल पहले हुई थी.
मीटिंग को लेकर विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव संदीप चक्रवर्ती ने कहा कि बैठक हमारे द्विपक्षीय संबंध के रचनात्मक जुड़ाव पर केंद्रित थी.
बैठक में वित्तीय क्षेत्र, फिनटेक, फाइनेंसिंग और स्पेस एप्लिकेशन पर ध्यान केंद्रित किया गया.
इस बीच दोनों नेताओं ने दोनों देशों के नागरिकों के संबंधों पर भी चर्चा की. साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को गहरा करने पर भी चर्चा हुई और एसबीआई और इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज के साथ लक्जमबर्ग स्टॉक एक्सचेंज के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
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समिट के दौरान लक्जीइनोवेशन और इन्वेस्ट इंडिया के बीच समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए. चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री जेवियर बेटेल पीएम मोदी को लक्जमबर्ग की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया और पीएम मोदी ने भी उन्हें भारत आने के लिए निमंत्रण दिया.