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राघव चड्ढा की सदस्यता पर खतरा! 5 सांसदों ने विशेषाधिकार प्रस्ताव की मांग की, ये है आरोप - दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति

दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में पांच सांसदों ने अपने हस्ताक्षर का गलत इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया है. इन सासंदों ने आप सांसद राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव की मांग की है.

5 MPs demand privilege motion against Raghav Chadha
5 सांसदों ने राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव की मांग की
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Published : Aug 8, 2023, 10:34 AM IST

नई दिल्ली: पांच राज्यसभा सांसदों ने सोमवार को राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनके फर्जी हस्ताक्षर शामिल किए गए. आपत्ति जताने वाले पांच सांसदों में बीजेपी के एस फांगनोन कोन्याक, नरहरि अमीन और सुधांशु त्रिवेदी, एआईएडीएमके सांसद एम थंबीदुरई और बीजेडी के सस्मित पात्रा शामिल हैं.

पांच राज्यसभा सांसदों का आरोप है कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनकी सहमति के बिना उनका नाम शामिल किया गया. इस बीच, चड्ढा ने कहा कि जब विशेषाधिकार समिति नोटिस भेजेगी तो वह उन्हें जवाब देंगे. एआईएडीएमके सांसद एम थंबीदुरई पहले ही इसके लिए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र दे चुके हैं.

उन्होंने कहा, 'मैंने विशेषाधिकार समिति का हवाला देते हुए राज्यसभा के सभापति को एक पत्र दिया है कि प्रस्ताव में मेरा नाम कैसे शामिल किया गया, क्योंकि मैंने किसी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इसलिए, मेरे हस्ताक्षर फर्जी हो सकते हैं.' भारतीय जनता पार्टी के सांसद नरहरि अमीन ने कहा, 'राघव चड्ढा ने सेलेक्ट कमेटी में मेरा नाम शामिल किया. उन्होंने मुझसे बात नहीं की, मैंने इसके लिए सहमति नहीं दी. उन्होंने गलत किया है. मैंने अपने हस्ताक्षर नहीं दिए हैं.'इसके अलावा बीजेडी के सस्मित पात्रा ने भी ऐसे ही आरोप लगाए कि उनकी सहमति के बिना उनका नाम जोड़ा गया.

उस समय जब सदन में प्रस्ताव पेश किए जा रहे थे (दिल्ली सेवा विधेयक पर चर्चा के दौरान), मैंने सुना कि राघव चड्ढा द्वारा पेश किए गए एक प्रस्ताव में मेरे नाम का उल्लेख किया गया था. मेरी पूर्व सहमति के बिना मेरा नाम नहीं लिया जा सकता प्रस्ताव में रखा जाए. मुझे उम्मीद है कि सदन के सभापति कार्रवाई करेंगे. मैंने एक शिकायत दी है. जाहिर है, यह विशेषाधिकार का मामला है. बीजू जनता दल के सांसद ने कहा, 'हम सभी ने अपनी-अपनी शिकायतें दर्ज की हैं.'

इस बीच दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण के लिए अध्यादेश की जगह लेने वाला विधेयक एक मतविभाजन के बाद उच्च सदन में पारित हो गया, जिसमें 131 सांसदों ने कानून के पक्ष में और 102 ने इसके खिलाफ मतदान किया.' केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि दो सदस्य (बीजद सांसद सस्मित पात्रा और भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी) कह रहे हैं कि उन्होंने आप सांसद राघव चड्ढा द्वारा लाए गए प्रस्ताव (चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. दिल्ली सेवा विधेयक पर राज्यसभा में अमित शाह ने कहा, 'अब यह जांच का विषय है कि प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कैसे हुए.'

ये भी पढ़ें- Monsoon Session 2023: संसद में कोयला मंत्री बोले- देश में कोयले की पर्याप्त उपलब्धता है

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक, 2023 पर कहा, 'आप का जन्म कांग्रेस के विरोध के बाद हुआ था. उन्होंने (आप) कांग्रेस के खिलाफ लगभग तीन टन आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और अस्तित्व में आए.' आज वे इस बिल का विरोध करने के लिए कांग्रेस से समर्थन मांग रहे हैं. जिस क्षण यह बिल पास होगा, अरविंद केजरीवाल जी पलट जाएंगे, ठेंगा दिखाएंगे और कुछ नहीं होने वाला.' राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक, 2023, पिछले सप्ताह लोकसभा में पारित हो चुका है.

(एएनआई)

नई दिल्ली: पांच राज्यसभा सांसदों ने सोमवार को राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनके फर्जी हस्ताक्षर शामिल किए गए. आपत्ति जताने वाले पांच सांसदों में बीजेपी के एस फांगनोन कोन्याक, नरहरि अमीन और सुधांशु त्रिवेदी, एआईएडीएमके सांसद एम थंबीदुरई और बीजेडी के सस्मित पात्रा शामिल हैं.

पांच राज्यसभा सांसदों का आरोप है कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनकी सहमति के बिना उनका नाम शामिल किया गया. इस बीच, चड्ढा ने कहा कि जब विशेषाधिकार समिति नोटिस भेजेगी तो वह उन्हें जवाब देंगे. एआईएडीएमके सांसद एम थंबीदुरई पहले ही इसके लिए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र दे चुके हैं.

उन्होंने कहा, 'मैंने विशेषाधिकार समिति का हवाला देते हुए राज्यसभा के सभापति को एक पत्र दिया है कि प्रस्ताव में मेरा नाम कैसे शामिल किया गया, क्योंकि मैंने किसी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इसलिए, मेरे हस्ताक्षर फर्जी हो सकते हैं.' भारतीय जनता पार्टी के सांसद नरहरि अमीन ने कहा, 'राघव चड्ढा ने सेलेक्ट कमेटी में मेरा नाम शामिल किया. उन्होंने मुझसे बात नहीं की, मैंने इसके लिए सहमति नहीं दी. उन्होंने गलत किया है. मैंने अपने हस्ताक्षर नहीं दिए हैं.'इसके अलावा बीजेडी के सस्मित पात्रा ने भी ऐसे ही आरोप लगाए कि उनकी सहमति के बिना उनका नाम जोड़ा गया.

उस समय जब सदन में प्रस्ताव पेश किए जा रहे थे (दिल्ली सेवा विधेयक पर चर्चा के दौरान), मैंने सुना कि राघव चड्ढा द्वारा पेश किए गए एक प्रस्ताव में मेरे नाम का उल्लेख किया गया था. मेरी पूर्व सहमति के बिना मेरा नाम नहीं लिया जा सकता प्रस्ताव में रखा जाए. मुझे उम्मीद है कि सदन के सभापति कार्रवाई करेंगे. मैंने एक शिकायत दी है. जाहिर है, यह विशेषाधिकार का मामला है. बीजू जनता दल के सांसद ने कहा, 'हम सभी ने अपनी-अपनी शिकायतें दर्ज की हैं.'

इस बीच दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण के लिए अध्यादेश की जगह लेने वाला विधेयक एक मतविभाजन के बाद उच्च सदन में पारित हो गया, जिसमें 131 सांसदों ने कानून के पक्ष में और 102 ने इसके खिलाफ मतदान किया.' केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि दो सदस्य (बीजद सांसद सस्मित पात्रा और भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी) कह रहे हैं कि उन्होंने आप सांसद राघव चड्ढा द्वारा लाए गए प्रस्ताव (चयन समिति का हिस्सा बनने के लिए) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. दिल्ली सेवा विधेयक पर राज्यसभा में अमित शाह ने कहा, 'अब यह जांच का विषय है कि प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कैसे हुए.'

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक, 2023 पर कहा, 'आप का जन्म कांग्रेस के विरोध के बाद हुआ था. उन्होंने (आप) कांग्रेस के खिलाफ लगभग तीन टन आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और अस्तित्व में आए.' आज वे इस बिल का विरोध करने के लिए कांग्रेस से समर्थन मांग रहे हैं. जिस क्षण यह बिल पास होगा, अरविंद केजरीवाल जी पलट जाएंगे, ठेंगा दिखाएंगे और कुछ नहीं होने वाला.' राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक, 2023, पिछले सप्ताह लोकसभा में पारित हो चुका है.

(एएनआई)

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