नई दिल्ली: मॉरीशस सरकार ने हिंदू धर्म मानने वाले अधिकारियों के लिए दो घंटे की विशेष छुट्टी प्रदान करने का निर्णय लिया है. यह विशेष अवकाश उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के ऐतिहासिक उद्घाटन के अवसर पर होने वाली प्रार्थना में शामिल होने की अनुमति देगा. प्राण प्रतिष्ठा के नाम से मशहूर इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे और इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा.
अपने कैबिनेट के फैसले में मॉरीशस सरकार ने शुक्रवार को कहा, 'कैबिनेट ने हिंदू धर्म मानने वाले कर्मचारियों के लिए सोमवार 22 जनवरी 2024 को 1400 बजे से दो घंटे की विशेष छुट्टी देने पर सहमति व्यक्त की है. भारत में अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन के संदर्भ में यह निर्णय लिया गया है. यह एक ऐतिहासिक घटना है जो अयोध्या में भगवान राम की वापसी का प्रतीक है.'
यह ध्यान रखना उचित है कि द्वीप राष्ट्र में हिंदू धर्म सबसे प्रमुख और सबसे अधिक प्रचलित धर्म है. मॉरीशस में हिंदू धर्म की जड़ें औपनिवेशिक युग के दौरान भारतीय गिरमिटिया मजदूरों के आगमन से देखी जा सकती हैं. ये प्रवासी मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों से थे. उन्हें मॉरीशस और हिंद महासागर के पड़ोसी द्वीपों में फ्रांसीसी और बाद में ब्रिटिश बागानों में काम करने के लिए लाया गया था.