रुड़की (उत्तराखंड): भगवानपुर के रायपुर इंडस्ट्रियल एरिया में सीएफएल बल्ब बनाने वाली कंपनी में सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर लगी भयंकर आग को बुझाने में दमकल की टीमों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. दमकल विभाग की टीम द्वारा 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है. आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 13 गाड़ियां बुलानी पड़ी थी. इस दौरान जिस गाड़ी में पानी समाप्त होता रहा तो तुरंत उस गाड़ी में पानी भर कर दोबारा से मौके पर लाया गया.
बल्ब बनाने वाली कंपनी में लगी आग: देर रात लगी आग इतनी भीषण थी उसे बुझाने के लिए भगवानपुर के साथ ही रुड़की, लक्सर, हरिद्वार और देहरादून से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगानी पड़ीं. इससे भी बात नहीं बनी. इसके बाद पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी दमकल की गाड़ियां मंगानी पड़ीं. सहारनपुर से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने रुड़की की एनटीएल कंपनी पहुंची.
देर रात में लगी बल्ल बनाने वाली कंपनी में आग: दमकल कर्मी आग बुझने के लिए कड़ी मशक्कत करते रहे. लेकिन आग इतनी भीषण और ज्यादा एरिया में फैल चुकी है कि उसे काबू करने में मुश्किल पेश आ रही है. इसके बावजूद दर्जनों दमकल कर्मी 13 फायर ब्रिगेड के साथ आग बुझाने में लगे हुए थे. एनटीएल नाम की इस कंपनी में सीएफएल बल्ब बनाए जाते हैं.
यूपी से भी मंगानी पड़ी फायर ब्रिगेड: देर रात जैसे ही एनटीएल कंपनी में आग लगी, वहां हड़कंप मच गया. वहां मौजूद लोगों में अफरा तफरी का माहौल हो गया. आनन फानन में पुलिस के साथ दमकल विभाग को सूचना दी गई. तुरंत ही सायरन बजाती दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं. लेकिन आग लगातार बढ़ती ही गई. पहले भगवानपुर से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने आईं. इससे बात नहीं बनी तो फिर रुड़की से भी फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी. इससे भी बात नहीं बनी तो लक्सर फायर ब्रिगेड को भी मौके पर बुलाया गया.
लेकिन आग इतनी भीषण थी कि तीन स्टेशन की फायर ब्रिगेड भी उसे बुझा नहीं सकीं. इसके बाद हरिद्वार और देहरादून से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर बुलाई गईं. फिर भी आग पर काबू पाने के कोई संकेत नजर नहीं आए. आखिर में यूपी के सहारनपुर से भी दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए बुलाई गईं. इसके बाद तीन जिलों की 13 दमकल की गाड़ियों ने करीब 12 घंटे बाद बल्ब बनाने वाली इस कंपनी की आग को बुझाया.
ये भी पढ़ें: रुड़की में एक गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल कर्मियों ने बमुश्किल पाया काबू
मंगलवार की सुबह साढ़े तीन बजे दमकल विभाग की टीम को सूचना मिली कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के रायपुर इंडस्ट्रियल एरिया में एक कंपनी में आग लगी है. सूचना मिलते ही मौक़े पर प्रभारी भगवानपुर एवं प्रभारी रुड़की के नेतृत्व में तीन गाड़ियों ने आग बुझाने का कार्य शुरू किया. वहीं सूचना पर CFO हरिद्वार भी मौक़े पर पहुंच गए. आग को बढ़ता हुआ देखकर मायापुर से 2 गाड़ियां व लक्सर और देहरादून से दो गाड़ियां और इसी के साथ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दो गाड़ियां मौक़े पर मंगाई गईं.
आग इतनी भयंकर थी कि कई लाख लीटर पानी और कई सौ लीटर फ़ोम के इस्तेमाल के बाद भी उस पर क़ाबू नहीं पाया जा सका. वहीं नारायण इंडस्ट्री के एक हिस्से में ही आग को चारों तरफ़ से घेरकर बुझाने का प्रयास किया जा रहा था. फ़ायर कर्मियों द्वारा आसपास मौजूद करीब पचास फैक्ट्रियों में आग को फैलने से भी रोका गया. साथ ही आसपास बनी फैक्ट्रियों का कई सौ करोड़ के नुक़सान को बचाने का प्रयास किया गया. बताया गया है कि इस कंपनी के अंदर सीएफएल बल्ब और ट्यूबलाइट का काम संचालित था और प्रीतम इंडस्ट्रीज़ का वेयरहाउस भी मौजूद था.
हालांकि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. वहीं सुरक्षा के प्रति लापरवाही कितना घातक साबित हो सकती है, यह इस बात से जाहिर है कि अगर आग पर काबू नहीं पाया जाता तो पूरे रायपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में बड़ी घटना घट सकती थी. हालांकि कंपनी में लगी आग के कारणों का भी दमकल विभाग की टीम पता लगाने में जुटी हुई है. साथ ही माना जा रहा है कि इस अग्निकांड से कंपनी का सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ है.