मेष राशि (चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
सबसे पहले मेष राशि के जातकों की बात करें तो मंगल आपके लग्न और आठवें भाव का स्वामी है. इस गोचर काल के दौरान मंगल जन्म पत्रिका के सातवें भाव में संचरण करेंगे. आप मेहनत, पुरुषार्थ करें. वाणी में संयम रखें और अहंकार ना करें. परिवार में कलह होने पर आप बीच-बचाव का भी काम कर सकते हैं. इस समय आपको अपने क्षेत्र में सामान्य सफलता मिलने की उम्मीद है. मंगल के इस राशि परिवर्तन से उग्रता, क्रोध बढ़ेगा. आपके व्यक्तित्व में धैर्य की कमी होगी. पार्टनरशिप में व्यापार कर सकते हैं. परिवार में विवाद होगा, तनाव होगा.
वृषभ राशि (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
वृषभ राशि के जातकों की बात करें तो मंगल सप्तम भाव और द्वादश भाव के स्वामी हो करके छठे भाव में गोचर करेंगे. इस गोचर काल के दौरान पारिवारिक जीवन कुछ खास नहीं कहा जा सकता है. कोई छोटी परेशानी भी बड़ी बनकर आपको दिक्कत में डाल सकती है. हालांकि वृषभ राशि वालों का भाग्य साथ देगा. विरोधियों और शत्रुओं से सतर्क रहें तो आप की जीत होगी. पारिवारिक सदस्यों की सेहत का ध्यान रखें. जीवनसाथी को शारीरिक और मानसिक समस्या हो सकती है. शत्रु हावी रहेंगे. दुर्घटना होने के संकेत हैं. ऋण लेने से बचें.
मिथुन राशि (का, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा)
मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल छठे और एकादश भाव के स्वामी हो करके पांचवें भाव में गोचर करेंगे. मिथुन राशि वालों को प्रेम संबंध, दांपत्य जीवन में दिक्कत होगी. यह गोचर विद्यार्थियों के लिए अच्छा रहेगा. आपको शनि देव की ढैय्या चल रही है इसलिए आपको समस्याएं बनी रहेंगी. मिथुन राशि वालों को पैतृक संपत्ति, ससुराल पक्ष से लाभ होने की संभावना है. जहां तक संभव हो सके परिवार में शांति बनाकर रखें. मिथुन राशि वाले स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी बरतें वैसे स्वास्थ्य अच्छा रहने की संभावना है. मंगल के इस राशि परिवर्तन से उग्रता, क्रोध बढ़ेगा. इस गोचर काल के दौरान आपके बच्चे भी गुस्सैल हो सकते हैं. मेडिकल, आईटी से जुड़े लोगों को फायदा हो सकता है. जरूरी या गैर जरूरी खर्च की संभावना है. मंगल के लाभेश होने के कारण आपको कई प्रकार से धन का फायदा हो सकता है. यह गोचर काल आपको फायदा ही देगा, हालांकि थोड़ी समस्याएं बनी रहेंगी.
कर्क राशि (ही, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कर्क राशि वालों के लिए मंगल पांचवें और दशम भाव के स्वामी हो करके चौथे भाव में गोचर करेंगे. यह कर्मेश और पंचमेश बनते हैं. कर्क राशि वालों को भूमि एवं भवन प्रॉपर्टी संबंधित कामों में फायदा होगा. खरीद या बेचकर इससे आपको लाभ होगा. निवेश आदि से धन के मामले में यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. परिवार में विवाद होगा, तनाव होगा. मंगल की दृष्टि चतुर्थ भाव पर होगी जिससे मां के स्वास्थ्य में दिक्कत हो सकती है. घर में कलह का वातावरण रहेगा. इस समय आपको अपने व्यापार, कार्यक्षेत्र में बड़ी सफलता, नई नौकरी मिलने की उम्मीद है. कुल मिलाकर यह समय आपके लिए शुभ रहेगा.
सिंह राशि (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सिंह राशि वालों के लिए मंगल भाग्येश और सुखेश होकर पराक्रम भाव में गोचर करेंगे. आपको रोग और ऋण के मामलों में राहत मिलेगी. सुख सुविधाओं में भी वृद्धि कर सकता है. प्रेम में सफलता मिल सकती है. शासन का सहयोग मिलेगा. राजनीति से जुड़े लोगों को फायदा होने की उम्मीद है. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. शत्रुओं पर विजय मिलने की संभावना है. सिंह राशि वालों के पराक्रम, कर्म एवं भाग्य में वृद्धि होगी. साथ ही नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय प्रमोशन का रहने वाला है. विद्यार्थियों को अच्छे परिणाम मिलेंगे, सबका सहयोग मिलेगा. वैवाहिक जीवन से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. पहले से चली आ रही समस्या का समाधान होगा. पारिवारिक जीवन अनुकूल रहेगा. इस दौरान आप अपने भाई-बहनों के साथ प्यार बढ़ेगा.
कन्या राशि (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल अष्टमेश और पराक्रमी होकर द्वितीय भाव में संचरण करेंगे. मंगल की दृष्टि पंचम, अष्टम और भाग्य (नवम ) भाव पर पड़ेगी. पैतृक संपत्ति से आपको फायदा होने की उम्मीद है. विद्यार्थियों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा निजी जीवन में सावधान और सजग रहें. कार्यस्थल पर अपने से छोटे-बड़े सब के साथ मिलजुल कर रहें, नहीं तो आपको इससे तकलीफ हो सकती है. कार्यस्थल, व्यापार में आपके लिए मिलाजुला समय रहेगा. स्वास्थ्य के लिहाज से यह समय आपके लिए अच्छा रहेगा फिर भी अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए. पंचम दृष्टि के कारण संतान पर भी ध्यान देना चाहिए. आकस्मिक धन लाभ और धन संचय का काम होगा.आकस्मिक रूप से लाभ, धन मिलने की संभावना है. द्वितीय भाव में गोचर होने के कारण वाणी में कठोरता रहेगी.
तुला राशि (रा, री, रु, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
मंगल इस समय आपके लग्न भाव तुला राशि में ही गोचर करेंगे, मंगल आपके सप्तमेश और द्वितीय भाव के स्वामी हैं. आपको आकस्मिक धन लाभ होगा आपके अंदर चंचलता आएगी. विद्यार्थियों के लिए यह समय बहुत ही अनुकूल, अच्छा रहेगा. तुला राशि वालों को निजी जीवन में फायदा मिलेगा, प्रेम संबंध अच्छे रहेंगे और अविवाहितों को विवाह के नए प्रस्ताव मिलेंगे. मंगल का आपकी राशि में गोचर आपके व्यक्तित्व में तेज और सकारात्मक रहेगा. साथ ही साथ आपके अंदर थोड़ा सा अहंकार भी आएगा. आपकी वाणी में रूखापन और कठोरता रहेगी. कार्य क्षेत्र, व्यापार में आपको फायदा मिलेगा. नई नौकरी मिलने की संभावना रहेगी. तुला राशि वालों को शनि की ढैय्या चल रही है इसलिए थोड़ी बहुत समस्या रहेगी. आप हनुमान जी की आराधना करें. तुला राशि वालों को भूमि, भवन, वाहन से फायदा मिलेगा. भूमि, भवन, वाहन का सुख मिलेगा. तुला राशि वालों का पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा.
वृश्चिक राशि (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
मंगल इस समय आपके द्वादश भाव तुला राशि में गोचर करेंगे. मंगल आपके लग्नेश और छठे भाव के स्वामी हैं. मंगल की दृष्टि तृतीय, पंचम और षटम भाव पर पड़ेगी. इस गोचर काल को शुभ नहीं कहा जा सकता है. शत्रु हावी रहेंगे, वाद- विवाद से दूर रहें. वृश्चिक राशि वाले स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी बरतें. वैवाहिक जीवन से जुड़ी परेशानी रहेगी. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. इस राशि के जातकों को मानसिक तनाव, कोर्ट कचहरी या विवादों का सामना करना पड़ सकता है. आर्थिक उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी.
धनु राशि (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढ, भे)
मंगल इस समय आपके एकादश भाव तुला राशि में गोचर करेंगे, मंगल आपके द्वादश और पंचम भाव के स्वामी हैं. इस गोचर काल के दौरान समय चुनौतियों से भरा रहेगा. मानसिक अशांति होने के बाद भी अपने आप को संतुलित रखने का प्रयास करें. परिवार में माता-पिता की सेहत का ख्याल रखें. बुरी चीजों, बुरी संगत से दूर रहें. इस दौरान तनाव के साथ-साथ विवादों से भी दूरी बनाए रखना उचित रहेगा. आपको व्यापार, नौकरी में काफी मेहनत करनी पड़ेगी.
मकर राशि (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
मंगल इस समय आपके दशम भाव तुला राशि में गोचर करेंगे. मंगल आपके लाभेश और सुख (चतुर्थ) भाव के स्वामी हैं. ये गोचर सुख सुविधाओं में भी वृद्धि कर सकता है. प्रेम में सफलता मिल सकती है. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. काम में सफलता मिलेगी. मकर राशि के कुछ जातकों का झुकाव इस समय धार्मिक कार्यों की तरफ रहेगा उनमें हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा. निवेश आदि से धन के मामले में यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा. कारोबारियों के लिए लाभ की संभावना है, नया कार्य प्रारंभ कर सकते हैं. नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहने वाला है.
कुम्भ राशि (गु, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
मंगल इस समय आपके नवम भाव तुला राशि में गोचर करेंगे. मंगल आपके दशमेश और पराक्रमेश (तृतीय ) भाव के स्वामी हैं. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. ये गोचर आपके लिए शुभ रहने वाला है. पहले से चली आ रही समस्या का समाधान होगा. इस गोचर के प्रभाव से भाग्य का साथ मिलेगा. कारोबारियों के लिए लाभ की संभावना है. नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहने वाला है. इस गोचर के प्रभाव से सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी. प्रेम में सफलता मिल सकती है. जीवन साथी का सहयोग प्राप्त होगा. आपको मान-सम्मान की प्राप्ति होगी.
मीन राशि (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)
मंगल इस समय आपके छठे भाव तुला राशि में गोचर करेंगे, मंगल आपके नवमेश और द्वितीय भाव के स्वामी हैं. आपको मिले-जुले प्रभाव मिलेंगे. कुल मिलाकर यह समय आपके लिए शुभ रहेगा. निवेश आदि से धन के मामले में यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. इस काल में आप जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे. पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे. घर परिवार का वातावरण सुखद व शांतिपूर्ण रहेगा. व्यापार में समस्याओं का सामना करना होगा. इस गोचर काल के दौरान दान-धर्म आदि के कार्य भी कर सकते हैं. आर्थिक उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी. स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
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