बीड: राज्य में मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है. मराठा समुदाय जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहा है. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे मनोज जारांगे पाटिल अंतरवली में भूख हड़ताल पर हैं. सोमवार को उनके अनशन का छठा दिन है, लेकिन इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई. मराठा प्रदर्शनकारियों के आग्रह पर मनोज जारांगे ने दो दिनों बाद पानी पिया.
बीजेपी विधायक ने दिया इस्तीफा: मनोज जारांगे पाटिल ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि वह अब बिना भोजन, पानी और इलाज के भूख हड़ताल करेंगे. वहीं दूसरी ओर बीड जिले के गेवराई निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक लक्ष्मण पवार ने इस्तीफा दे दिया. रविवार को शिवसेना शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल ने भी अपना इस्तीफा दिया था. पूरे महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग भड़क हुई है.
बीड में लगाया गया कर्फ्यू: मराठा आरक्षण आंदोलन तेजी से आक्रामक हुआ, जिसके चलते बीड में ही दो विधायकों के घर जला दिए गए. इस घटना के बाद जिले में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है. कर्फ्यू के बारे में कलेक्टर दीपा मुधोल मुंडे ने आदेश दिए हैं.
राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग: इसके अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की नेता सुप्रिया सुले ने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की. सोमवार को अलग-अलग घटनाओं में प्रदर्शनकारियों ने राकांपा विधायक प्रकाश सोलंकी के आवास को आग के हवाले कर दिया और उस पर पथराव किया.
प्रदर्शनकारियों ने बीड जिले में एक नगरपालिका परिषद भवन की पहली मंजिल में भी आग लगा दी और तोड़फोड़ की. पुलिस के मुताबिक, छत्रपति संभाजीनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक प्रशांत बाम्ब के कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई.
सुप्रिया सुले ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि 'महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. हिंसा देखिए. राज्य में क्या हो रहा है? एक विधायक के घर में आग लगा दी गई. एक पंचायत समिति कार्यालय को भी आग लगा दी गई. क्या कोई इन घटनाओं की जांच कर रहा है (कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए).' लोकसभा सदस्य सुले ने मराठा समुदाय के विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के फैसले की भी आलोचना की.