नई दिल्ली : कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि देश कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें अर्थव्यवस्था का गिरना, बेरोजगारी, खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतें, कमजोर वर्गों की सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा और ध्रुवीकरण शामिल हैं. यह बड़ी पुरानी पार्टी की जिम्मेदारी है कि वह आगे बढ़े. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर के उद्घाटन से एक दिन पहले कहा कि 'लोगों के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. हमें पूछना होगा कि क्या हम ऐसे ही नए भारत का निर्माण कर सकते हैं. क्या यह महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल के सपनों के अनुरूप है.'
उन्होंने कहा, 'यह स्वाभाविक है कि कांग्रेस को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. हमें अपनी ताकत और कमजोरियों को देखने की जरूरत है और वर्तमान चुनौतियों के अनुसार पार्टी में बदलाव लाने की जरूरत है. चिंतन शिविर पर उन्होंने कहा, इस तरह का आखिरी सत्र 2013 में जयपुर में आयोजित होने के लगभग एक दशक बाद ये आयोजित हो रहा है. सुरजेवाला ने कहा, 'वर्तमान चुनौतियां 2013 की तुलना में अलग हैं.'
समस्याओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कांग्रेस नेता ने मूल्य वृद्धि, ईंधन मूल्य वृद्धि जैसे मुद्दों का जिक्र किया. उऩ्होंने कहा कि केंद्र ने पिछले 8 वर्षों में ईंधन करों से 27 लाख करोड़ रुपये कमाए. बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा कि 8 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी है, 30 लाख सरकारी रिक्तियां हैं, सशस्त्र बलों में 2.55 लाख पद खाली पड़े हैं. सार्वजनिक उपक्रमों को बेचा जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कृषि इनपुट पर जीएसटी था, सब्सिडी कम की जा रही, कोई एमएसपी गारंटी नहीं है, मनरेगा बजट कम किया गया है, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है, आदिवासी अधिकारों का हनन हो रहा है. ये सब गंभीर चिंता का कारण है.
देश की रक्षा के बारे में बात करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि चीन ने एलएसी पर जमीन पर कब्जा कर लिया था और सरकार चीनी सेना को खदेड़ने में असमर्थ थी. दूसरी ओर चीन का आयात बढ़ा है. अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने, ध्रुवीकरण और बुलडोजर, लाउड स्पीकर की राजनीति को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि देश को समय से पीछे धकेला जा रहा है. राजस्थान और कर्नाटक में दंगे हो रहे हैं क्योंकि राज्यों में अगले साल चुनाव होने हैं. चुनाव के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा. कांग्रेस ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी ने देश को ब्रिटिश शासन से मुक्त किया और अब अपनी भूमिका निभाएगी.'
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सुरजेवाला ने कहा, इन सभी मुद्दों पर अगले तीन दिनों तक चिंतन शिविर में चर्चा होगी. इसके बाद कांग्रेस कार्य समिति 15 मई को नव संकल्प घोषणा को मंजूरी देगी और सत्र में लगभग 450 प्रतिनिधि दस्तावेज का समर्थन करेंगे. सुरजेवाला ने कहा, 'घोषणा हमें एक नए भारत के निर्माण में मदद करेगी. हम सरकार से जागने का आग्रह करते हैं.