चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) की अध्यक्षता में आज चंडीगढ़ में 20 कृषि क्षेत्र निवेशक कंपनियों और 22 किसान उत्पादक संगठनों (FPO) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए. इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मीडिया को भी संबोधित किया. सीएम खट्टर ने इस दौरान किसानों को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि सरकार ने गृह विभाग से किसानों की मौत और उन पर दर्ज हुए मामलों (case on farmers) को लेकर आंकड़े देने को कहा है. जैसे ही आंकड़े मिलेंगे सरकार फैसला करेगी.
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि किसान जो आंकड़ा बता रहे हैं उसमें अंतर है. सरकार उनसे भी आंकड़ा मांगेगी. जैसे ही किसानों के साथ अंतिम बात होगी उसमें प्रदेश सरकार को जो करना होगा वो करेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की कानून रद्द करने की मांग को माना. किसानों की मांग मानकर पीएम ने बड़ा दिल दिखाया. उन्होंने कहा कि किसानों को एफपीओ के दायरे में लाना उनका मुख्य उद्देश्य है. प्रधानमंत्री हर रोज एक नया आइडिया देते हैं.
ये भी पढ़ें- क्या 1 दिसंबर को खत्म हो सकता है किसान आंदोलन? Etv Bharat पर किसान नेता का बड़ा बयान
बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून वापस (farm laws repeal) लेने के बाद भी किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान एमएसपी पर कानून बनाने, किसानों पर दर्ज केस वापस लेने, आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा और मुआवजा देने जैसी मांगों को लेकर अभी भी आंदोलन कर रहे हैं.
वहींं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिष्टाचार की मुलाकात बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक नई पार्टी बनाई है और वह भी बीजेपी की तरह पंजाब में कांग्रेस को हराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि क्योंकि ये पंजाब का मामला है जो बातचीत होगी वो केंद्रीय स्तर पर होगी.
ये भी पढ़ें- हरियाणा के किसान नेता बोले, 'MSP पर कानून, शुरू से ही आंदोलन की मुख्य मांग होनी चाहिए थी'
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके कैप्टन अमरिंदर सिंह से पहले भी व्यक्तिगत संबंध थे, हमारी कोई नाराजगी नहीं थी. पहले कैप्टन एक गलत पार्टी में थे अब उन्होंने उसको छोड़ दिया है तो भारतीय जनता पार्टी को उनसे अब किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है. बता दें कि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार सीएम खट्टर से मुलाकात की थी.