पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): कहते हैं हौसला बुलंद हो तो पर्वत भी झुकता है. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले मनीष कसनियाल ने इसे सच कर दिखाया है. मंगलवार सुबह 26 साल के मनीष ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट को फतह किया है.
भारतीय पर्वतारोहण संस्थान (आईएमएफ) के बैनर तले मनीष ने मंगलवार सुबह पांच बजे एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया. मनीष लंबे समय से आइस संस्था से जुड़े हुए हैं, वे पर्वतारोहण के क्षेत्र में पहले भी कई कारनामे कर चुके हैं.
आईएमएफ का एवरेस्ट मिशन अप्रैल में शुरू हुआ था. इस अभियान में देश भर के कुल 12 पर्वतारोहियों को शामिल किया गया था. पिथौरागढ़ के मनीष कसनियाल के साथ ही सिक्किम की मनिता प्रधान भी इस अभियान में मौजूद थीं. मनीष की उपलब्धि पर उसके परिजनों और खेल प्रेमियों में हर्ष का माहौल है.
आइस संस्था के पर्वतारोही मनीष कसनियाल 2018 में वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया भी अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने सबसे कम उम्र में नंदा लपाक पर्वत की अननेम्ड चोटी को फतह किया था. वहीं, 26 साल की उम्र में एवरेस्ट मिशन को फतह कर मनीष ने साबित कर दिया कि अगर हौंसलों में उड़ान हो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता है.
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