कोलकाता : काली पर दिए बयान को लेकर मचे बवाल के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को इशारों ही इशारों में नसीहत दी है. ममता बनर्जी ने कहा, कभी-कभी मुझे लगता है कि हम हमेशा किसी भी नकारात्मक मुद्दे पर विवाद पैदा करने पर जोर देते हैं. लेकिन हम देखते हैं कि हर रोज नए काम हो रहे हैं. लेकिन मीडिया उन चीजों के बारे में नहीं बोलता. ममता ने कहा, कभी कभी कुछ गलतियां हो जाती हैं. एक बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि भूल करने के लिए लिखो. जो काम करता है उससे गलती हो सकती है. इसे ठीक किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए चिल्लाना क्यों? ममता बनर्जी ने मौजूदा विवाद से जुड़े सवाल पर कहा कि लोगों की भावनाओं को समझना होगा. हालांकि, इस दौरान उन्होंने महुआ मोइत्रा का नाम नहीं लिया.
महुआ मोइत्रा ने क्या कहा था? : टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि जब आप सिक्किम जाते हैं, तो आप देखेंगे कि वे देवी काली को व्हिस्की चढ़ाते हैं, लेकिन अगर आप यूपी में जाते हैं तो वो इसे देवी का अपमान मानेंगे. गौरतलब है कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' का पोस्टर हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. लोगों का मानना है कि ये पोस्टर हिंदू देवी का अपमान है और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है. इस फिल्म को बैन करने की मांग भी उठ रही है.
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वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते कहा कि मैं दुर्भावनापूर्ण निर्मित विवाद के लिए कतई अजनबी नहीं हूं, लेकिन अभी भी हमले से चकित हूं. उन्होंने कहा कि (महुआ मोइत्रा) हमारे देश में हिंदू धर्म में पूजा के रूप व्यापक और भिन्न हैं. भक्त भोग के रूप में जो कुछ चढ़ाते हैं, देवी को लेकर उसका महत्व बहुत अधिक है. साथ ही उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि हम एक ऐसी अवस्था में पहुंच गए हैं जहां सार्वजनिक रूप में धर्म के किसी भी पहलू के बारे में बिना किसी को ठेस पहुंचाए कुछ भी नहीं कहा जा सकता. उन्होंने यह स्पष्ट करते हुए कहा कि वह किसी को ठेस पहुंचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.