नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी अपने दिल्ली दौरे के चौथे दिन केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगी. वे आज राक्रांपा प्रमुख शरद पवार, शिवसेना नेता संजय राउत और गीतकार जावेद अख्तर व उनकी पत्नी व मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी से भी मिल सकती हैं.
हालांकि एक दिन पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर ममता ने सियासी संकेत दे दिए थे और यह ऐलान कर दिया था कि अगला लोकसभा चुनाव (Loksabha election) मोदी बनाम संयुक्त विपक्ष हो सकता है.
हालांकि उनकी यह कवायद कितनी कारगर होगी यह अभी तय नहीं है लेकिन ममता के तेवर बता रहे हैं कि उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा सामने आ रही है. उन्होंने एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात करके मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की थी.
दिल्ली के सीएम केजरीवाल से भी ममता की मुलाकात ने यह सिद्ध कर दिया था कि वे सभी विपक्षी दलों को एक छतरी के नीचे लाने के अपने मिशन पर आगे बढ़ चुकी हैं.
क्या ममता को मिलेगी कामयाबी
यह तय है कि पूरा विपक्ष मोदी सरकार को सत्ता से हटाने के लिए दिन-रात रणनीति बनाने में लगा हुआ है. इतना ही नहीं कई नेता राष्ट्रीय स्तर पर बनने वाले संभावित गठबंधन के मुखिया बनना चाहते हैं. कांग्रेस के एक सांसद पहले ही सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी एकता की बात कह चुके हैं.
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वहीं शरद पवार भी विपक्षी दलों की लामबंदी के लिए मुलाकातों का दौर जारी रखे हुए हैं. ऐसे में ममता की हालिया पहल कितनी कारगर होगी, इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा.