कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने बुधवार को केंद्र सरकार पर एक बार फिर हमला बोला. सीएम ममता ने पश्चिम बंगाल को केंद्रीय करों (Central Taxes) की तुलना में मिलने वाले राशि में कटौती करने की बात कही. कहा कि क्या आपको नहीं लगता कि नरेंद्र मोदी आम लोगों की जेब काट रहे हैं और अपनी जेब खुद भर रहे हैं?
सीएम बनर्जी ने कहा कि 2021-22 में बजट आवंटन 3,08,727 करोड़ रुपये यानी 20.70% बढ़ा है. केंद्रीय बजट 2020-21 में पश्चिम बंगाल के लिए केंद्रीय करों का हस्तांतरण 58,962.55 करोड़ रुपये था, लेकिन जो राशि राज्य को प्राप्त हुई 44,737.1 करोड़ रुपये थी. साफ है कि हमारे हिस्से से 14,225.54 करोड़ कम किए गए.
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बताया कि इसी तरह से 2019-20 में राज्य को 11,000 करोड़ रुपये की हस्तांतरण राशि नहीं मिली. कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं में पश्चिम बंगाल को 33,314 करोड़ रुपये की बकाया राशि प्राप्त होगी. फिर भी हमें लगभग 60,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. पेट्रोल डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों का जिक्र करते हुए कहा कि एक हफ्ते में 4 गुना बढ़ी थीं और फिर 10-12 बार कीमतें बढ़ीं. इससे केंद्र सरकार को 3.71 लाख करोड़ रुपये की आय हुई.
कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना के टीकों (Corona Vaccine) के लिए 35,000 करोड़ रुपये जारी किए. जब दूसरी लहर आई, तो केंद्र ने इस राशि को एक बार में ही क्यों नहीं जारी किया ? हमने केंद्र सरकार से बजट की मांग की, लेकिन नहीं मिला. जबकि बीजेपी शासित राज्यों को अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा बजट दिया गया.
इसके पहले पश्चिम बंगाल का वित्त वर्ष 2021-22 का 3.08 लाख करोड़ रुपये का बजट बुधवार को विधानसभा में पेश किया गया. इस बार के बजट में गृह और पर्वतीय मामलों तथा आपदा प्रबंधन जैसे विभागों के बजट में पिछले साल के मुकाबले नौ गुना से अधिक वृद्धि की गई है. उल्लेखनीय वृद्धि वाले विभागों में स्वास्थ्य, गृह, आपदा प्रबंधन और पर्वतीय मामलों, शिक्षा तथा महिला एवं बाल विकास शामिल हैं. सरकार ने इन विभागों से जुड़ी कई योजनाओं की घोषणा की है, जिसके कारण आबंटन बढ़ाया गया है.
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बजट के अनुसार गृह और पर्वतीय विभाग का आवंटन 2021-22 में 11,939 करोड़ रुपये है जो पिछले साल 2020-21 के 1,299 करोड़ रुपये की तुलना में नौ गुना अधिक है. आपदा प्रबंधन विभाग का बजट 2021-22 में बढ़ाकर 2,105 करोड़ रुपये किया गया, जो 2020-21 में 215 करोड़ रुपये के मुकाबले 10 गुना ज्यादा है. पश्चिम बंगाल सरकार ने कोविड -19 महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग का आवंटन 400 प्रतिशत से अधिक बढ़ाकर 16,368 करोड़ रुपये कर दिया है. पिछले बजट में यह 4,608 करोड़ रुपये था.
बजट में महिलाओं का विशेष ध्यान
महिला एवं बाल विकास विभाग के लिये 16,046 करोड़ रुपये दिया गया है जो पिछले वर्ष के 5,486 करोड़ रुपये के आवंटन का तीन गुना है. बजट में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के लिए आवंटन लगभग 50 प्रतिशत बढ़ाकर 12,293 करोड़ रुपये किया है. स्कूल शिक्षा विभाग के लिए आवंटन 35,170 करोड़ रुपये किया गया, जो पिछले साल के 8,750 करोड़ रुपये के मुकाबले चार गुना अधिक है.
उच्च शिक्षा विभाग को 2021-22 के लिए 5,143 करोड़ रुपये दिये गए, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में 700 करोड़ रुपये दिए गए थे. इसके अलावा, परिवहन, पिछड़ा वर्ग विभाग तथा अल्पसंख्यक विभाग के आवंटन में भी अच्छी-खासी वृद्धि की गई है. वित्त वर्ष 2021-22 का कुल बजट 3,08,727 करोड़ रुपये का है, जो 2021-21 में 2,55,677 करोड़ रुपये का था. फिलहाल विभिन्न विभागों के 2020-21 के वास्तविक व्यय का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है.